अगले हफ़्ते बोर्ड को जवाब देंगे मोदी
५ मई २०१०आईपीएल 3 के आख़िरी दिनों में संकेत मिलने शुरू हो गए थे कि ललित मोदी पर बीसीसीआई शिकंजा कसने जा रही है. इसलिए फ़ाइनल मैच में समारोह दौरान ललित मोदी ने बताया कि आईपीएल में सभी फ़ैसले गवर्निंग काउंसिल की सहमति से लिए गए हैं. लेकिन उनकी इस बात ने आग में घी डालने का काम किया और उन्हें निलंबित कर दिया गया.
बोर्ड ने मोदी को सफ़ाई के लिए 15 दिनों का समय दिया. अपने ख़िलाफ़ कार्रवाई से भन्नाए मोदी ने धमकी दी कि जल्द ही वह क्रिकेट को बदनामी के भंवर में फंसाने वाले लोगों के नाम सार्वजनिक कर देंगे. लेकिन पिछले कई दिनों से मोदी और उनका ट्विटर शांत है. माना जा रहा है कि ललित मोदी देश के जाने माने वकीलों के साथ अपने जवाब तैयार कर रहे हैं.
आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की 26 अप्रैल को बैठक हुई जिसमें बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कहा कि राजस्थान रॉयल्स के हिस्सेदारों के नाम सबको पता होने का मोदी का दावा ग़लत है. ललित मोदी ने दावा किया था कि गवर्निंग काउंसिल के सदस्यों को राजस्थान रॉयल्स फ़्रैंचाइज़ी में सबकी हिस्सेदारी के बारे में पता था.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने आईपीएल के वाइस चेयरमैन निंरजन शाह से फ़ोन पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि मोदी ने चेलाराम का परिचय अपने साले के रूप में दिया था और हर एक को यह बात पता थी. 2008 में बीसीसीआई प्रवक्ता के रूप में निरंजन शाह का बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा कि वह मोदी और चेलाराम के बीच रिश्ते की परवाह नहीं करते.
अपने उस बयान के बचाव में निरंजन शाह ने कहा है कि आईपीएल चेयरमैन के रूप में यह ज़िम्मेदारी ललित मोदी की बनती थी कि वह फ़्रैंचाइज़ी में हिस्सेदारों के नाम पूरी तरह सार्वजनिक करें. "मैं मोदी और चेलाराम के बीच रिश्ते को जानता था लेकिन मुझे नहीं पता था कि उनकी राजस्थान रॉयल्स में हिस्सेदारी है."
आईपीएल के तीसरे संस्करण के फ़ाइनल के कुछ ही देर बाद ललित मोदी को चेयरमैन पद से निलंबित कर दिया गया था और उसके अगले दिन उन्हें एक चार्जशीट थमाई गई थी जिसमें उनके ख़िलाफ़ अनुचित व्यवहार, आईपीएल में वित्तीय लेनदेन में हेराफेरी और कई फ़्रैंचाइज़ी के हिस्सेदारों के साथ अपने रिश्ते को छिपाने जैसे आरोपों का उल्लेख किया गया था.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा मोंढे