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अजमेर धमाकाः संघ के नेता चार्जशीट में

२३ अक्टूबर २०१०

राजस्थान एटीएस ने अजमेर ब्लास्ट मामले में जो चार्जशीट दायर की है उसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक नेता का नाम भी है. 2007 में अजमेर की दरगाह में बम धमाका हुआ था जिसमें तीन लोगों की मौत हुई और 15 लोग घायल हुए.

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आरएसएस पर आरोपतस्वीर: UNI

इस धमाके के मामले में इंद्रेश कुमार नाम के एक आरएसएस नेता का नाम शामिल है. 806 पेज की चार्जशीट के मुताबिक वह 31 अक्तूबर 2005 को जयपुर में एक गुजराती गेस्ट हाउस में हुई बैठक में शामिल थे. इस बैठक में छह दूसरे नेता भी मौजूद थे.

एटीएस के सूत्रों ने बताया कि इंद्रेश को आरोपी नहीं बनाया गया है क्योंकि धमाके में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है. उधर इंद्रेश ने हर तरह के आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, "यह मेरे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र है. जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. मौजूदा सरकार देशद्रोहियों को बचा रही है और देशभक्तों के खिलाफ जंग छेड़ रही है. मैं इस अन्याय के खिलाफ कोर्ट में लड़ूंगा."

इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सारी जिम्मेदारी आरएसएस पर डाल दी है. उन्होंने कहा, "सच्चाई सामने आ चुकी है और संघ को इसे स्वीकार करना चाहिए. कुछ वक्त बाद उन नेताओं के नाम भी सामने आएंगे जिनकी भूमिका संदिग्ध पाई गई है. सबको कोर्ट पर भरोसा रखना चाहिए. सच सामने आएगा और दोषियों को सजा होगी."

चार्जशीट में पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनमें से एक देवेंद्र गुप्ता कट्टरवादी हिंदू संगठन अभिनव भारत से जुड़े हैं. पांचों लोगों पर कत्ल और पूजा स्थल को दूषित करने के आरोप लगाए गए हैं. गुप्ता के अलावा दो अन्य दूसरे लोकेश शर्मा और चंद्रशेखर लावे इस वक्त न्यायिक हिरासत में हैं. दो आरोपी संदीप डांगे और रामजी कलसांगरे फरार हैं जबकि एक अन्य आरोपी सुनील जोशी की मौत हो चुकी है.

सरकार की तरफ से 133 गवाहों को पेश करने की बात कही गई है. चार्जशीट पर बहस के लिए 26 अक्तूबर की तारीख तय की गई है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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