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अनोखे कारनामे के साथ भारतीय छात्रा लिम्का बुक में

२० जुलाई २०१०

भारत के हैदराबाद की रहने वाली एक इंजीनियरिंग की छात्रा का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है. उन्होंने एक अंडरग्रैजुएट रिसर्चर के तौर सबसे ज्यादा रिसर्च पेपर छपवाने का कारनामा कर दिखाया है.

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दिव्या पावर सप्लाई के नए रास्ते तलाश रही हैंतस्वीर: AP

इनमें से ज्यादातर रिसर्च पेपर अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं. बीटेक की छात्रा वी पी दिव्या सिर्फ 20 साल की हैं. वह श्रीनिधि इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलजी में पढ़ती हैं. उनके नाम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 16 रिसर्च पेपर छप चुके हैं. यही नहीं, उनके सात अन्य रिसर्च पेपर जल्द ही छपने वाले हैं.

लेकिन उनकी उपलब्धियां यहीं खत्म नहीं होतीं. उनका रिकॉर्ड इतना अनोखा है कि उसके लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स को एक अलग कैटेगरी बनानी पड़ी है. लिम्का बुक के वी वी आर मूर्ति ने बताया कि लिम्का बुक में अब तक इस तरह की कैटेगरी नहीं थी. इस तरह का रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली दिव्या पहली इंसान होंगी.

दिव्या बिजली सेक्टर पर अध्ययन कर रही हैं. उन्होंने खासतौर पर बिजली की मांग के मैनेजमेंट पर काम किया है जिससे उद्योगों और घरेलू इस्तेमाल के लिए दी जाने वाली बिजली में संतुलन बनाया जा सके.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः महेश झा