अफरीदी टेस्ट से पहले दबाव में
१३ जुलाई २०१०इंग्लैंड के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पहले शाहिद अफरीदी ने कहा, "हां, एक बार फिर से टेस्ट मैच खेलने का दबाव है. दबाव इसलिए भी ज्यादा है कि मुझे टीम की कप्तानी करनी है."
उन्होंने कहा कि वनडे और ट्वेन्टी 20 क्रिकेट खेलते खेलते अचानक टेस्ट मैच खेलना आसान काम नहीं है, खास कर उनकी टीम के लिए, जिसने हाल के दिनों में ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेले हैं.
लेकिन अफरीदी का कहना है कि वे टीम को उस शर्मनाक हार की छाया से निकालने की हर कोशिश करेंगे, जो ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे के वक्त उन्हें झेलनी पड़ी थी. उस दौरे में पाकिस्तान ने टेस्ट मैच, वनडे और ट्वेन्टी 20 के सारे मैच गंवा दिए थे. दौरे के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम कई तरह के विवादों में घसीटी गई और दो सीनियर बल्लेबाजों मोहम्मद यूसुफ और यूनुस खान का करियर खत्म हो गया. अफरीदी सहित कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर जुर्माना और पाबंदी भी लगी थी.
यूनुस खान से बाद में पाबंदी हटा ली गई लेकिन उन्हें मौजूदा दौरे के लिए नहीं चुना गया है. 30 साल के अफरीदी पर एक युवा टीम के नेतृत्व का जिम्मा है. उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड में दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. पिछले साल लाहौर में श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम पर कातिलाना हमले के बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है.
अफरीदी का कहना है कि टीम के अंदर उनकी कप्तानी को लेकर भरोसा बढ़ता जा रहा है और वे मिल जुल कर बात कर रहे हैं. पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के बाद इंग्लैंड में ही इंग्लैंड से चार टेस्ट मैच, पांच वनडे और दो टी 20 मैच खेलने हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः वी कुमार