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अमेरिका ने पाकिस्तान से माफी मांगी

७ अक्टूबर २०१०

पिछले दिनों पाकिस्तानी सीमा में नाटॉ के हैलीकॉप्टरों से हमले के लिए अमेरिका ने माफी मांगी है. इस हमले में दो पाकिस्तान सैनिकों की मौत भी हुई थी. नाटो ने पहले कहा था कि अपनी जान बचाने के लिए किया गया हमला.

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तस्वीर: AP

पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत एन पेटर्सन ने औपाचारिक रूप से पाकिस्तान सरकार से माफी मांगी है. इसके अलावा अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय फौज के कमांडर जनरल डेविड पैट्रॉयस ने भी पाकिस्तान की सरकार से माफी मांगी है. अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने ये खबर दी है.

Anschlag auf 20 NATO Tanklaster in Pakistan
हमले के विरोध में विद्रोहियों ने कई टैंकर जला दिएतस्वीर: AP

इन दोनों अधिकारियों ने अपने बयान में कहा है कि जांच से पता चला है 30 सितंबर को हुए हमले में खराब सहयोग के कारण पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई. नाटो के सैनिकों ने पाक सैनिकों को तालिबानी आतंकवादी समझा.

अखबार के मुताबिक एन पैटर्सन ने कहा है, "हम इस घटना के लिए पाकिस्तान और फ्रंटियर स्काउट के सैनिकों के परिवार से माफी मांगते हैं जो हमले में मारे गए या घायल हुए." पैटर्सन ने ये भी कहा, "पाकिस्तान की बहादुर सेना इस जंग में हमारी दोस्त है. ये जंग उनके खिलाफ है जिनसे अमेरिका और पाकिस्तान को खतरा है."

इस हमले के कारण पहले से ही रिश्तों में चली आ रही कड़वाहट और बढ़ गई. इस हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने अफगानिस्तान में नाटो के एक सप्लाई रूट को बंद कर दिया. पाकिस्तान पहले ही अमेरिकी ड्रोन मिसाइलों से अपने इलाके में होने वाले हमले पर एतराज जता चुका है. इन हमलों के जवाब में तालिबान ने नाटो के काफिले पर धावा बोला. बुधवार को दक्षिण पश्चिमी पाकिस्तान के क्वेटा में हुए एक हमले में एक आदमी की जान भी चली गई. तालिबान के आतंकियों ने कई नाटो के टैंकरों में आग भी लगा दी.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः उ भट्टाचार्य

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