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अमेरिका मुझे ले जाना चाहता है: असांज

१७ दिसम्बर २०१०

विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को डर है कि अमेरिका उन्हें अपने यहां ले जाकर जासूसी के आरोप में मुकदमा चलाने की तैयारी कर रहा है. असांज गुरुवार को ब्रिटेन में जमानत पर रिहा हुए.

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असांज का डरतस्वीर: AP

रिहाई के बाद असांज ने कहा कि उन्होंने ऐसी अफवाहें सुनी हैं कि अमेरिका में उन पर जासूसी के आरोपों में मुकदमा चलाने की तैयारी हो रही है. उन्होंने कहा कि अमेरिका उन्हें ऐसी जगह ले जाना चाहता है जहां से आसानी से प्रत्यर्पण कराया जा सके.

असांज ने कहा, "मैंने अमेरिका में अपने एक वकील से सुना है कि मेरे खिलाफ जासूसी का मुकदमा दायर किया जा सकता है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है." इसी हफ्ते असांज के वकील मार्क स्टीफेंस ने दावा किया था कि अमेरिका के वर्जीनिया में एक गुप्त ग्रैंड जूरी को असांज के खिलाफ ऐसे आरोप तैयार करने को कहा गया है जिनके आधार पर मुकदमा दायर किया जा सके.

असांज को 7 दिसंबर को ब्रिटेन में गिरफ्तार किया गया. उन पर स्वीडन में बलात्कार के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है. स्वीडन असांज का प्रत्यर्पण चाहता है और असांज इसके खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को डर जताया कि स्वीडन को उनका प्रत्यर्पण असल में उन्हें अमेरिका ले जाने का जरिया हो सकता है. उन्होंने कहा, "मुझे स्वीडन जाने से ज्यादा डर नहीं है. ज्यादा बड़ी चिंताएं तो अमेरिका प्रत्यर्पण को लेकर हैं."

विकीलीक्स ने पिछले महीने के आखिर से अमेरिकी विदेश मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज जारी करने शुरू किए. उसके पास दो लाख 50 हजार से ज्यादा दस्तावेज हैं और वे लगातार जारी किए जा रहे हैं. इन दस्तावेजों के जरिए हो रहे खुलासों से अमेरिका की दुनियाभर में किरकिरी हुई है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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