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अमेरिका में भी नरेगा की तारीफ

२० अप्रैल २०१०

भारत की राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (नरेगा) की अमेरिका में भी तारीफ हो रही है. अमेरिका के मुताबिक यह योजना उम्मीदों से कहीं ज्यादा सफल रही है और इसे जारी रखने की जरूरत है.

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नरेगा यानी सबको काम देने की कोशिशतस्वीर: AP

ओबामा प्रशासन को भारत के श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे की तरफ से यूपीए सरकार की इस अहम योजना के बारे में जानकारी दिए जाने का उत्सुकता से इंतजार है. अमेरिकी सरकार का कहना है कि कुछ ऐसे सीख होती हैं जिन्हें दूसरे देशों को भी दिया जाना चाहिए.

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कहने पर खड़गे जी20 देशों के श्रम मंत्रियों की पहली बैठक में नरेगा के बारे में जानकारी देंगे. यह बैठक मंगलवार को शुरू हो रही है. अमेरिकी श्रम विभाग के आला अधिकारियों का कहना है कि साल में 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने वाली यह योजना बेहद कामयाब रही है.

अंतरराष्ट्रीय मामलों की उप मंत्री सांद्रा पोलांस्की का कहना है, "भारत ने यह योजना तैयार की है. इस योजना को लागू करने के तरीके के बारे में जानने के लिए में खड़गे की बात सुनने का इंतजार कर रहे हैं. ये कुछ ऐसी सीखें है जिन्हें कम और मध्यम आमदनी वाले स्तर पर दूसरे देशों के दिया जा सकता है."

बैठक में दुनिया की 20 अर्थव्यवस्थाओं के श्रम और रोजगार मंत्री हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में तय होने वाली सिफारिशों को इस साल टोरंटो में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में सौंपा जाएगा. अमेरिकी श्रम मंत्री हिल्डा सोलिस ने कहा, "यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जी20 देशों में कामगारों के सामने बहुत सी चुनौतियां हैं. पिछले साल हमारी बहुत सी सरकारों के त्वरित कदमों से असल विश्व मंदी को रोका जा सका. आईएलओ का अनुमान है कि 2009 और 2010 में सामूहिक प्रोत्साहन योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा की वजह से दो करोड़ नौकरियां या तो बचाई जा सकी या पैदा की गईं."

अमेरिकी श्रम मंत्री ने माना कि बेरोजगारी की दर अब भी बहुत ज्यादा है जिसे अमेरिका या दुनिया के किसी भी हिस्से में स्वीकार नहीं किया जा सकता. अब भी नौकरियों के अवसर पैदा करने की जरूरत है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः प्रिया एसेलबोर्न