1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

असद की बड़ी जीत

५ जून २०१४

बशर अल असद तीसरी बार सीरिया के राष्ट्रपति चुने गए हैं. गृह युद्ध से जूझ रहे देश में असद दिनों दिन कमजोर होते जा रहे हैं. ऐसे में चुनाव के नतीजे कितने कारगर होंगे, कहना मुश्किल है.

https://p.dw.com/p/1CCbI
तस्वीर: Reuters

सीरिया के स्पीकर जिहाद लाहम ने चुनावी नतीजों का एलान करते हुए कहा, "मैं सीरिया अरब गणतंत्र के राष्ट्रपति के तौर पर डॉ. बशर अल असद की पूर्ण बहुमत से जीत का एलान करता हूं." चुनाव में असद 88.7 फीसदी वोट मिले.

सर्वोच्च संवैधानिक अदालत के मुताबिक चुनाव में 73 फीसदी वोटिंग हुई. नतीजों को विरोधियों की कड़ी हार बताते हुए विदेश मंत्री फैजल मोकदाद ने कहा, परिणाम "उन लोगों को तगड़ा झटका हैं जो तीन साल से ज्यादा समय से आतंकवाद से लड़ रहे सीरिया के लोगों की क्षमता पर शक कर रहे थे."

लेबनान के एक सीरिया समर्थक चैनल से बात करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि नतीजों से साफ हो गया है कि राष्ट्रपति अल असद पर लोगों को पूरा विश्वास है. उन्होंने नतीजों पर शक करने वालों की आलोचना भी की, "नतीजे दिखाते हैं कि सीरिया अरब गणतंत्र के लोग अपने संविधान और कानूनी दायित्वों का सम्मान करते हैं. ये पश्चिमी देशों के चुनावों से भी बेहतर हैं जो खाड़ी के देशों के पैसे और प्रोपेगंडा पर आधारित हैं."

Wahlen in Syrien Assad 03.06.2014
बशर अल असदतस्वीर: Reuters/SANA

नतीजों का एलान होते ही बुधवार शाम राजधानी दमिश्क की सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग जश्न मनाने लगे. सीरियाई टेलीविजन में अल असद को भी नाचते हुए दिखाया गया. लेबनान की राजधानी बेरुत में भी जश्न का माहौल दिखा. लेबनान का आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह सीरिया में अल असद की सेना की मदद कर रहा है.

सीरिया में तीन साल पहले अरब वसंत के बाद असद विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए. असद पर आरोप हैं कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को सेना के सहारे दबाने की कोशिश की. धीरे धीरे प्रदर्शन सशस्त्र विद्रोह में बदल गए. अब वहां अल कायदा से जुड़े बर्बर आतंकवादी संगठन भी सरकारी सेना के खिलाफ लड़ रहे हैं. वंशवादी सत्ता के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन अब खो चुके हैं, उनकी जगह मजहबी ताकतों ने ले ली है. एक तरफ असद और उनकी मदद करते आतंकवादी तो दूसरी तरफ राजनीतिक विद्रोही और जिहादी हैं. देश का उत्तरी इलाका करीब करीब विद्रोहियों के कब्जे में है. दक्षिण में भी उनका नियंत्रण कसता जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया के संघर्ष में अब तक डेढ़ लाख लोग मारे जा चुके हैं.

ओएसजे/एमजे(एएफपी, रॉयटर्स)