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आईएस की कामयाबियों ने चौंकाया

२५ मई २०१५

सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट की सफलता के बाद उसे रोकने के नए कदमों पर विचार हो रहा है. सीरिया ने पालमिरा में आईएस के ठिकानों पर बमबारी की है तो तुर्की और अमेरिका विपक्षी लड़ाकों को समर्थन देने पर सहमत हुए हैं.

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पालमिरा पर आईएस का झंडातस्वीर: picture-alliance/AP Photo

सीरिया में युद्ध को मॉनीटर के रहे एक दल ने कहा है कि सीरिया की वायुसेना ने पालिमिरा के आस पास 15 ठिकानों पर सोमवार को बमबारी की है. पालमिरा में रोमनकाल के ऐतिहासिक स्थल हैं जो विश्व धरोहरों में शामिल हैं. इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने पिछले हफ्ते इस प्राचीन शहर पर कब्जा कर लिया था. ब्रिटेन स्थित सीरिया के मानवाधिकार ऑबजर्वेटरी के अनुसार उसके बाद से आईएस के लड़ाकों ने कम से कम 217 लोगों की सजा के तौर पर हत्या कर दी.

उग्रपंथी हिजबोल्लाह संगठन के नेता शेख हसन नसरल्लाह ने कहा है कि इलाका कट्टरपंथी संगठनों के हाथों अभूतपूर्व खतरा झेल रहा है. उन्होंने कहा है कि उनके लड़ाके सीरिया की सरकारी सेना के समर्थन में अपनी कार्रवाई तेज करेंगे. दक्षिण लेबनान से इस्राएली सैनिकों के हटने की 15वीं वर्षगांठ के मौके पर नसरल्लाह ने इस्लामिक स्टेट और अल कायदा जैसे सुन्नी संगठनों से लड़ने की बात कही. उन्होंने कहा कि ये संगठन उन लोगों के अस्तित्व के लिए खतरा हैं जो उनकी विचारधारा नहीं मानते. 2013 में सीरियाई राष्ट्रपति बशर का साथ देने की घोषणा करने वाले हिजबोल्लाह प्रमुख ने कहा, "जहां कहीं हमारी उपस्थिति की जरूरत होगी, इसमें वृद्धि होगी."

Irak Flüchtlinge aus Ramadi
रमादी से भागते लोगतस्वीर: picture-alliance/AP Photo/H. Mizban

अमेरिका की परेशानी

इस बीच तुर्की ने कहा है कि वह अमेरिका के साथ सीरियाई विपक्ष की कुछ टुकड़ियों को हवाई समर्थन देने के लिए "सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गया है." अमेरिकी अधिकारियों ने इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन अब तक सीरिया में सरकार विरोधी विद्रोहियों के लिए सुरक्षित क्षेत्र बनाने से बचता रहा है क्योंकि इसे सीरिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा समझा जाएगा. तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू के अनुसार हवाई समर्थन सीरिया के उन विद्रोही सैनिकों की रक्षा करेगा जिन्हें अमेरिकी कार्यक्रम के तहत तुर्की में ट्रेनिंग दी गई है. करीब 15,000 सैनिकों को आईएस से लड़ने के लिए सीरिया भेजने का इरादा है.

आईएस के लड़ाके सीरिया और इराक में पैर पसारते जा रहे हैं. पिछले हफ्ते उन्होंने पालमिरा पर कब्जे के अलावा सीरिया और इराक के बीच आखिरी सीमा चौकियों पर भी कब्जा कर लिया. इससे पहले उन्होंने इराक के अनबार प्रांत की राजधानी रमादी पर कब्जा कर लिया था. अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने इराकी सेना पर आईएस के खिलाफ लड़ने की इच्छा के अभाव का आरोप लगाया. इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने कार्टर के बयान का विरोध करते हुए कहा है कि रमादी पर आने वाले दिनों में फिर से नियंत्रण कर लिया जाएगा. आईएस के हाथों जाने को आईएस के खिलाफ अमेरिकी नीति की विफलता के तौर पर देखा जा रहा है. पिछले कई महीनों से आईएस के खिलाफ हवाई हमलों के दौरान अमेरिकी नेतृत्व वाली सेनाओं ने 3000 हवाई हमले किए हैं.

एमजे/आरआर (डीपीए, एएफपी)