1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

आईपीएल की बोली पर पवार का प्रभाव

७ जून २०१०

शरद पवार की कंपनी के एमडी ने बोली के दस्तावेज में कंपनी के नाम का इस्तेमाल करने की बात मान ली है. अनिरुद्ध देशपांडे ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने बोर्ड को अंधेरे में रखा.

https://p.dw.com/p/Njc5
तस्वीर: Fotoagentur UNI

सिटी कॉर्पोरेशन के एमडी अनिरुद्ध देशपांडे का कहना है कि समय कम होने के कारण उन्होंने बोली के दस्तावेजों में कंपनी के नाम का इस्तेमाल किया. हालांकि उनका कहना है कि टीम के लिए बोली उन्होंने निजी रुप से ही लगाई थी. उनके मुताबिक आईपीएल को बता गया था कि टीम खरीदने के बाद वह एक नई कंपनी बनाएंगे लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके और टीम को सहारा ने खरीद लिया. एक दिन पहले खबर आई थी कि सिटी कॉर्पोरेशन के बोर्ड ने एक प्रस्ताव पारित कर देशपांडे को टीम के लिए बोली लगाने के लिए अधिकार दिए थे. अब यह बात देशपांडे भी मान रहे हैं.

उधर कषि मंत्री शरद पवार के इस दावे को बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने भी खारिज कर दिया है कि उनकी कंपनी ने बोली में हिस्सा नहीं लिया था. शशांक का कहना है कि बोली कंपनी के नाम पर ही लगाई गई थी. शरद पवार और उनकी बेटी लगातार इस बात से इनकार करते रहे हैं लेकिन अब देशपांडे का बयान सामने आने के बाद साफ हो गया है कि बोली कंपनी के नाम पर ही लगाई गई.

उधर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर इस मामले से खुद को अलग करते हुए कहा है कि कृषि मंत्री को इस बारे में खुद ही सफाई पेश करनी है. पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने साफ कहा है कि इस बारे में या तो एनसीपी या खुद शरद पवार जवाब देंगे. कांग्रेस का इससे कोई लेनादेना नहीं है. पार्टी की तरफ से मामले की जांच कराने की बात सिंघवी ने जरूर मानी है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ एन रंजन

संपादन: ए कुमार