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आईसीसी को फिक्र, पाक में क्रिकेट का क्या होगा

१७ जुलाई २०१०

पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं हो रहा है और आईसीसी को अब डर लगने लगा है कि इससे देश में क्रिकेट के भविष्य पर असर हो सकता है. आईसीसी चीफ हारून लोर्गट इस बात को लेकर काफी फिक्रमंद हैं.

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पाकिस्तान की फिक्रतस्वीर: AP

लोर्गट ने ऐसा इशारा दिया कि काउंसिल एक टीम चुनकर पाकिस्तान भेज सकती है, ताकि वहां कुछ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो सके. उन्होंने कहा कि अगर कोई टीम पाकिस्तान में खेलने को तैयार हो तो वह उसके साथ खुद जाएंगे. हालांकि उन्होंने साफ किया कि इस तरह का दौरा सुरक्षा व्यवस्था पर ही निर्भर करेगा.

उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “बेशक यह वहां की सुरक्षा व्यवस्था और विशेषज्ञों की राय पर ही निर्भर करेगा. लेकिन हम चाहते हैं कि अगले साल के आखिर तक वहां किसी टीम को भेजने की संभावनाएं तलाश करें.“

उन्होंने कहा कि हम बहुत बहुत सावधानी से हालात को देखेंगे लेकिन चीजों को इस तरह नहीं छोडा़ जा सकता. लोर्गट ने कहा, “मैं सिर्फ दो देशों के बीच किसी सीरीज की बात नहीं कर रहा हूं. हम वहां आईसीसी इलेवन या कोई नौजवान टीम भी भेज सकते हैं. और मैं भी टीम के साथ जाऊंगा.“

आईसीसी ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइक ब्रीरले और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल को पाकिस्तान में आईसीसी का दूत तैनात किया गया है. ये दोनों पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की मदद करेंगे. पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंग्लैंड में खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच के दौरान यह घोषणा की गई.

साल 2009 में पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंका की टीम पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. इसके बाद श्रीलंकाई खिलाड़ी मैच और दौरा बीच में छोड़ कर अपने देश लौट गए थे. तब से कोई भी टीम पाकिस्तान जाने को तैयार नहीं हुई है.

रिपोर्ट्सः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार