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आतंकी हमला नहीं: दिल्ली पुलिस

१९ सितम्बर २०१०

जामा मस्जिद के बाहर विदेशी सैलानियों पर हुए हमले की आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने एक ईमेल भेजकर जिम्मेदारी ली है. लेकिन दिल्ली पुलिस ऐसा नहीं मानती.

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दिल्ली की जामा मस्जिदतस्वीर: dpa - Bildfunk

रविवार सुबह जामा मस्जिद के बाहर एक बाइक पर आए दो बंदूकधारियों ने विदेशी सैलानियों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं और फरार हो गए. इस हमले में ताइवान के दो सैलानी घायल हो गए. इस हमले ने कॉमनवेल्थ खेलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

गोलीबारी के कुछ ही घंटों बाद आईएम ने मीडिया को एक मेल भेजकर कॉमनवेल्थ खेलों को निशाना बनाने की धमकी दी है. हालांकि इस ईमेल में जामा मस्जिद में हुई फायरिंग का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन इसमें लिखा गया है कि यह हमला आतिफ, अमीन और मोहम्मद साजिद को श्रद्धांजलि है. ये तीनों इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य थे, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस मुठभेड़ में मार गिराया था. भारतीय गृह मंत्रालय को शक है कि जामा मस्जिद फायरिंग के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का हाथ हो सकता है. सूत्रों ने कहा कि इस हमले का तरीका आईएम से बिल्कुल मिलता जुलता है.

लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस हमले में आतंकी हाथ होने से इनकार किया है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला स्थानीय गुंडातत्वों की हरकत हो सकता है क्योंकि इसका तरीका गैर पेशेवर था.

उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की छवि खराब करने के लिए कुछ गैंगस्टर ऐसा कर सकते हैं. इसी आधार पर दिल्ली उस ईमेल की सत्यता पर भी संदेह जता रही है जो इंडियन मुजाहिदीन के नाम से मीडिया को भेजा गया है.

यह ईमेल पांच पेज लंबा है. इसमें कहा गया है, "हम चेतावनी देते हैं. अगर हिम्मत है तो कॉमनवेल्थ खेल करा के दिखाओ. हम जानते हैं कि तैयारियां पूरे जोरों पर हैं. तैयार रहो...हम भी तैयारी कर रहे हैं."

इंडिया मुजाहिदीन का भारत में कई आतंकी हमलों में हाथ रहा है. वाराणसी में 23 फरवरी 2005 के बम धमाकों से यह चर्चा में आया. दिल्ली में हुए बम धमाकों के सिलसिले में इसके कई सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य