आबू धाबी की ऐेतिहासिक मस्जिद में मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात का दो दिवसीय दौरा शुरू करने से पहले ट्विटर पर अरबी में संदेश लिखे. पहली बार वे अपने दौरे के दौरान किसी मस्जिद में गए.
तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद
यूएई की दो दिन की यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शेख जायद मस्जिद पहुंचे. यह मस्जिद सऊदी अरब की मक्का और मदीना की मस्जिदों के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद है.
मस्जिद में सेल्फी
मस्जिद में मोदी ने एक सेल्फी भी ली. इस मस्जिद का नाम देश के संस्थापक शेख जायद बिन सुल्तान अल नाह्यान के नाम पर रखा गया है. मोदी ने कई मुस्लिम देशों की यात्रा की है लेकिन यह पहला मौका है जब वे किसी यात्रा के दौरान मस्जिद गए हैं.
प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए
इससे पहले शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान अपने पांच भाइयों के साथ प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए मोदी का स्वागत करने हवाई अड्डे पर पहुंचे. इसके लिए मोदी ने ट्विटर के माध्यम से उनका आभार व्यक्त किया.
कारोबारियों से मुलाकात
मोदी ने कार्बन मुक्त शहर मसदर का दौरा भी किया और दुबई रवाना होने से पहले आबू धाबी के शासक के साथ भोजन करने के अलावा कारोबारियों से मुलाकात की. प्रवासी निवेशकों के साथ उन्होंने उनकी परियोजनाओं पर चर्चा भी की.
द्विपक्षीय संबंध
प्रधानमंत्री ने दुबई के शासक मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम और आबू धाबी के शहजादे एवं यूएई की सशस्त्र सेनाओं के उप सर्वोच्च कमांडर जनरल शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर बैठक की.
आर्थिक साझेदारी
खाड़ी देश भारत के तीसरे सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं और यूएई इनमें से दूसरा बड़ा साझेदार है. भारत यूएई के साथ आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करना चाहता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में 1000 अरब डॉलर की निवेश के मौके हैं.
आबू धाबी में मंदिर
यूएई सरकार ने प्रवासी भारतीय समुदाय की मांग को पूरा करते हुए एक मंदिर बनाने के लिए जमीन देने की घोषणा की है. दुबई में भारतीय समुदाय के लिए दो मंदिर हैं, जिनमें से एक कृष्ण और दूसरा शिव का है. यह आबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर होगा.
तीन दशक बाद
मोदी 34 वर्ष बाद यूएई की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. दुबई क्रिकेट स्टेडियम में वे करीब 50 हजार भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे. यूएई में करीब 26 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं, जो वहां की कुल आबादी का लगभग 30 प्रतिशत है.