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बर्लिन से पुराना रिश्ता

१४ फ़रवरी २०१४

बर्लिन अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में इम्तियाज अली की जल्द रिलीज हो रही फिल्म हाइवे दिखाई जा रही है. प्रीमियर के लिए बर्लिन पहुंची फिल्म की नायिका आलिया भट्ट ने बताया कि उनकी नानी का इस शहर से पुराना रिश्ता है.

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तस्वीर: DW/Samrah Fatima

फिल्म 21 फरवरी को रिलीज होनी है. रेड कारपेट से पहले आलिया ने कहा कि यह शाम उनके लिए बेहद यादगार रहेगी. उन्होंने बताया, "आज यहां होना मेरे लिए बेहद खास है. आज सुबह जब मैंने बर्लिन से अपनी नानी से बात की तो उनके आंसू आ गए." आलिया ने बताया कि उनकी नानी खुद बर्लिन की हैं. लेकिन नानी के पिता गुप्त रूप से हिटलर के खिलाफ अखबार निकाला करते थे इसलिए उन्हें दो साल की सजा हो गई. उसके बाद उन लोगों के बर्लिन में रहने की संभावना नहीं थी. उनके परिवार को चेकोस्लोवाकिया भेज दिया गया. और कुछ समय बाद वे लोग ब्रिटेन चले गए.

आलिया ने बताया उनकी नानी ने उनसे फोन पर कहा, "मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि तुम वहां हो. आपने कभी नहीं सोचा होता है कि ऐसा भी होगा एक दिन आपकी नातिन कभी बर्लिन जाएगी वह भी अपनी फिल्म के प्रीमियर के लिए." आलिया ने आगे बताया कि उनके दादा जब 19 साल के थे तो वह भी शिलर थिएटर में अभिनय करने बर्लिन आए थे. "आज मैं 20 साल की हूं और बर्लिन आई हूं. यह मेरे लिए बहुत खास दिन है. मैं यह दिन जिंदगी भर नहीं भूलूंगी."

Presskonferez, indisches Film Highway
हाइवे फिल्म के प्रीमियर में आलिया भट्ट और निर्देशक इम्तियाज अली के साथ रणदीप हुड्डातस्वीर: DW/Samrah Fatima

संक्रामक हैं कहानियां
बर्लिन फिल्म महोत्सव दुनिया के चुनिंदा फिल्म महोत्सवों में माना जाता है. यहां हाइवे के प्रीमियर को लेकर निर्देशक इम्तियाज अली भी उत्साहित दिखे. उन्होंने कहा, "फिल्में संक्रमण की तरह होती हैं. अगर कोई ऐसी कहानी है जिसने आपको प्रभावित किया है तो आप दो ही तरीकों से उससे निजात पा सकते हैं. या तो उसे भूल जाइए और या फिर फिल्म बनाकर कह दीजिए."

उन्होंने कहा कि भारत में दर्शकों के लिए बनाया जाने वाला सिनेमा उन फिल्मों से बहुत अलग होता है जैसी फिल्में महोत्सवों में पसंद की जाती है. अच्छी बात यह है कि अब सिनेमा में थोड़ा बदलाव आ रहा है. इससे भी उन्हें हाइवे जैसी फिल्म बनाने की हिम्मत मिली. उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके दिमाग में 15 साल से थी. लेकिन उसे बनाने से पहले उन्होंने चार और फिल्में बना लीं. हाइवे का नंबर आते आते इतने साल बीत गए. इसका कारण यह है कि उन्हें खुद नहीं पता था कि इस तरह की फिल्म बनानी कैसे है.

इम्तियाज ने बताया कि चार फिल्में बनाने के बाद वह खुद यह समझ पाए कि हाइवे के किरदार किस तरह के हैं और कहानी है क्या. फिल्म के कई सीन बिना स्क्रिप्ट के शूट किए गए हैं. इम्तियाज के अनुसार इस फिल्म में बहुत कुछ ऐसा है जिसे फिल्म महोत्सवों में भी पसंद किया जाए और दर्शक भी पसंद करें. फिल्म के प्रीमियर के लिए मुख्य किरदार निभा रहे रणदीप हुड्डा और संगीतकार ए आर रहमान भी बर्लिन पहुंचे हैं. फिल्म का संगीत रहमान ने दिया है.

रिपोर्ट: समरा फातिमा, बर्लिन

संपादनः आभा मोंढे

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