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इतिहास में आज: 10 जुलाई

१० जुलाई २०१४

अब एयरबस ग्रुप के नाम से जाना जाने वाला ईड्स 14 साल पहले आज ही के दिन बना था. इसका गठन जर्मनी, फ्रांस और स्पेन की तीन कंपनियों को मिलाकर किया गया था.

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तस्वीर: Airbus Defence and Space/Astrium SAS2014

'यूरोपीयन एयरोनॉटिक डिफेंस एंड स्पेस कंपनी' ईड्स का गठन जर्मनी की दासा, फ्रांस की एयरो स्पासियाले मातरा और स्पेनी कंपनी कासा को मिलाकर हुआ था. इसमें 30-30 फीसदी शेयर जर्मनी और फ्रांस के पास था, साढ़े 5 फीसदी स्पेन के पास जबकि 34.5 फीसदी शेयर स्टॉक मार्केट में बेचे गए थे. इस बीच यह यूरोप की सबसे बड़ी विमानन और अंतरिक्ष उड़ान कंपनी बन गयी है. कंपनी का सबसे नामी ब्रांड एयरबस है जो अमेरिका के बोइंग से टक्कर ले रहा है.

एयरबस बीएई सिस्टम्स के बाद यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा सैनिक साजसामान बनाने वाली कंपनी है. 2013 में उसका टर्नओवर 59 अरब यूरो था. यूरोप में एयरबस ग्रुप के 70 डेवलपमेंट और प्रोडक्शन सेंटर हैं. इसके अलावा विश्व भर में उसके 35 दफ्तर हैं. दुनिया भर में एयरबस ग्रुप के लिए 144,061 कर्मचारी काम करते हैं.

एयरबस यात्री विमानों के अलावा सैनिक विमान भी बनाता है. ए 319, ईसी 145, यूरोकॉप्टर टाइगर और यूरोकॉप्टर टायफून जैसे नए विमानों के बाद उसने दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान ए 380 बनाया. एयरबस ए 380, ए 400एम और यूरोकॉप्टर टाइगर की लोकप्रियता के कारण उसे दुनिया भर से ऑर्डर मिले और अमेरिकी प्रतिस्पर्धी बोइंग के मुकाबले उसकी स्थिति बेहतर हुई है. उसे यूरोपीय सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम गैलीलियो बनाने का भी ठेका मिला है.

इस समय कंपनी अपने लोकप्रिय ए 320 का नया संस्करण बनाने में लगी है. ए 320 नियो टेस्ट प्रोग्राम के तहत विभिन्न मशीनों के साथ 320 नियो, 319 नियो और 321 नियो विमान बनाए जा रहे हैं. अगले साल के अंत तक ये विमान बाजार में उपलब्ध होंगे.