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अपराध

इतिहास में आज: 12 मार्च

१२ मार्च २०१४

आज का दिन भारत के इतिहास में ब्लैक फ्राइडे के रूप में जाना जाता है. 1993 में इस दिन मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 257 लोग मारे गए और करीब 800 जख्मी हुए.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

ये धमाके दिसंबर 1992 और जनवरी 1993 में हुए सांप्रदायिक दंगों के बदले के रूप में सामने आए. बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के बाद फैले इन दंगों में करीब 2000 लोगों की मौत हुई थी, जबकि हजारों लोग बेघर भी हुए. हमलों की साजिश सोने के तस्कर और गैंगस्टर टाइगर मेमन ने रची थी. मेमन ने इस काम को दाऊद इब्राहीम की मदद से अंजाम दिया था.

पहला धमाका बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग के सामने हुआ और उसके बाद शहर के अलग-अलग हिस्सों में 12 धमाके हुए. अभी मुंबई सांप्रदायिक दंगों की तकलीफ से उबर भी नहीं पाया था कि इन धमाकों ने भीड़भाड़ भरे मुंबई शहर को हिला कर रख दिया.

इस मामले में सैकड़ों गिरफ्तारियां हुई और विशेष टाडा कोर्ट में मामले की चार्जशीट दाखिल की गई. 2007 में विशेष अदालत ने इस मुकदमे में 100 आरोपियों को सजा दी. टाइगर मेमन और उनके भाई याकूब मेमन समेत 12 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई. 20 को उम्रकैद और 67 को 3 से 14 साल तक की सजा सुनाई गई. अपील के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतिम फैसले में टाइगर और याकूब की मौत की सजा को बरकरार रखते हुए बाकी दस की सजा को उम्र कैद में बदल दिया.

दाऊद इब्राहीम और टाइगर मेमन को आज तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. माना जाता है कि वे पाकिस्तान में पनाह लिए हुए हैं. भारत सरकार कई बार पाकिस्तान को इनके खिलाफ सबूत देकर भारत को उन्हें सौंपे जाने की मांग कर चुकी है लेकिन पाकिस्तान ने अब तक इस मामले में सकारात्मक संकेत नहीं दिया है.