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इतिहास में आज: 31 जुलाई

ऋतिका राय३० जुलाई २०१४

इतावली रेसिंग कार ड्राइवर एंजो आन्सेल्मो फेरारी ने 1932 में आज ही के दिन ग्रां प्री से सन्यास लिया था. इन्होंने अपने ही नाम पर फेरारी कारों का निर्माण शुरू किया. ये कारें आज भी रेसिंग में खिलाड़ियों की पसंद बनी हुई है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

18 फरवरी, 1898 को जन्मे फेरारी ने 'स्कूडेरिया फेरारी ग्रां प्री' मोटर रेसिंग टीम की स्थापना की थी. फेरारी कारों के निर्माता एंजो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे. पहले विश्व युद्ध के दौरान वह इतावली सेना के तोपखाना डिविजन में तैनात थे. 1916 में इटली में फैले जानलेवा फ्लू के कारण उनके पिता और भाई मारे गए. खुद एंजो भी 1918 में फ्लू की महामारी की चपेट में आ गए. बीमार रहने के कारण ही उन्हें सेना से छुट्टी दे दी गई. सेना से लौटकर उन्हें एक छोटी कार कंपनी में काम करना पड़ा. सीएमएन नामकी इस कंपनी में वह बड़े ट्रकों की बॉडी से छोटी यात्री कारें बनाने पर काम करने लगे. 1919 में इसी कंपनी की टीम के तौर पर उन्होंने कार रेसिंग की शुरूआत की.

बाद में एंजो ने सीएमएन की टीम छोड़ दी और अल्फा रोमियो की ओर से खेलते हुए 1924 में पेस्कारा में हुई कोपा एसेर्बो रेस जीती. अपने घरेलू ट्रैकों पर मिली कई जीतों से उत्साहित होकर अल्फा ने उन्हें बड़ी अंतरराष्ट्रीय रेसों में हिस्सा लेने के लिए कहा. एंजो ने तब यह सलाह नहीं मानी. एंजो ने 1929 में अल्फा के लिए 'स्कूडेरिया फेरारी' रेसिंग टीम की शुरूआत की. कई सालों तक वह अल्फा के लिए इन कारों का निर्माण करवाते रहे और उनके लिए चालीस के करीब रेसिंग ड्राइवरों को भी तैयार किया. 1950 में एंजो फेरारी ने खुद अपने नाम पर कारों का निर्माण शुरू किया.