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इबोला की वजह से वीजा की मनाही

२ सितम्बर २०१४

सऊदी अरब ने इबोला प्रभावित इलाकों से आने वाले कामगारों को वीजा न देने का एलान किया है. इससे पहले अप्रैल में ऐसा ही फैसला गिनी और लाइबेरिया से आने वाले हज यात्रियों के लिए भी किया गया.

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तस्वीर: Reuters

सऊदी अरब के श्रम मंत्रालय ने कहा कि गिनी, लाइबेरिया और सियेरा लियोन से आने वाले कामगारों को वीजा नहीं दिया जाएगा. ये इलाके इबोला वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. सरकारी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक ये कदम विदेश एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों पर उठाए गए ताकि देश में इबोला की संभावना से बचा जा सके.

इबोला से लड़ने के लिए अब तक उपयुक्त इलाज नहीं ढूंढा जा सका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अब तक दर्ज हुए 3,069 मामलों में से 1,552 मरीज जान गंवा चुके हैं. इनमें से 694 लाइबेरिया, 430 गिनी और 422 सियेरा लियोन के हैं. जान गंवाने वालों में से छह नाइजीरिया के भी हैं.

हर साल दुनिया भर से करीब 20 लाख लोग हज के लिए सऊदी अरब की यात्रा करते हैं. हज के लिए आने वालों में अफ्रीकी बड़ी संख्या में होते हैं. इस साल हज अक्टूबर में होना है, इस बात पर खास ध्यान दिया जा रहा है कि इस समय इबोला संक्रमण से बचने की दिशा में सारी एहतियात बरती जाए.

एसपीए ने श्रम मंत्री मुफरेज अल हकबानी के हवाले से कहा कि तीन अफ्रीकी देशों के अस्थायी रूप से वीजा रोकने से सऊदी के श्रम बाजार पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. उनके मुताबिक इन देशों से आने वाले कामगारों की संख्या बहुत कम है. उन्होंने बताया कि पहले से ही इन देशों से आने वाले श्रमिकों को आने से पहले मेडिकल परीक्षण कराने के सख्त निर्देश थे.

एसएफ/एजेए (एएफपी)