1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

इबोला पर साझा यूरोपीय कदमों की मांग

२० अक्टूबर २०१४

जर्मन विदेश मंत्री फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर ने इबोला महामारी को रोकने के लिए यूरोपीय देशों की साझा कार्रवाई की मांग की है. लक्जेमबुर्ग में इबोला संकट पर विचार करने के लिए यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है.

https://p.dw.com/p/1DYhb
तस्वीर: Reuters/Thomas Peter

जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय का जवाब हड़बड़ी की कार्रवाई नहीं होकर समन्वित कदम होना चाहिए. इबोला को बड़ी मानवीय त्रासदी बताते हुए श्टाइनमायर ने उपलब्ध क्षमताओं को इकट्ठा करने के अलावा राहतकर्मियों के प्रशिक्षण और पश्चिम अफ्रीका में मदद के दौरान संक्रमित होने वाले राहतकर्मियों को वापस लाने में सहयोग करने पक्ष लिया. उन्होंने बर्लिन में इबोला महामारी का सामना करने के लिए हो रही अंतरराष्ट्रीय बैठक में एक असैनिक ईयू मिशन का प्रस्ताव दिया था. सम्मेलन में करीब 1200 लोग भाग ले रहे हैं.

लक्जेमबुर्ग के विदेश मंत्री जाँ आसेलबॉर्न ने श्टाइनमायर के प्रस्ताव का स्वागत किया है और कहा कि यूरोपीय संघ को फौरन कदम उठाना चाहिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पश्चिम अफ्रीका में कहर ढा रही इबोला महामारी में अब तक 4447 लोगों की मौत हो चुकी है और 9000 से ज्यादा लोग महामारी की चपेट में हैं. महामारी से लड़ रहे राहतकर्मियों के भी संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं.

लक्जेमबुर्ग की बैठक में पश्चिम अफ्रीका में बीमारी से लड़ने के दौरान संक्रमण का शिकार होने वाले राहतकर्मियों को इलाज के लिए वापस लाने के लिए विशेष रूप से सज्जित विमान खरीदने पर भी विचार होगा. इस समय ऐसे विमानों को अमेरिका में किराए पर लिया जाता है. जर्मन सरकार के पास नवम्बर महीने के मध्य तक अपना ऐसा विमान होगा, जब वह जर्मन सेना और रेड क्रॉस के सैकड़ों स्वयंसेवी राहतकर्मियों को संकट क्षेत्र में भेजना शुरू करेगी.

इबोला बहुत तेजी से फैलने वाली महामारी है, लेकिन समय पर पता लगने पर उसके इलाज की भी संभावना है. लंदन के एक अस्पताल में जेडमैप टेस्ट दवा से इलाज के बाद स्वस्थ होकर एक ब्रिटिश चिकित्साकर्मी फिर से संक्रमित लोगों की देखभाल के लिए पश्चिम अफ्रीका पहुंचा है. सियेरा लियोन में मदद के दौरान विल पूली संक्रमण के शिकार हो गए थे. 29 वर्षीय पूली ने फ्रीटाउन पहुंचने पर कहा, "वे महामारी के खिलाफ लड़ना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा अनावश्यक मौतों को रोकने के लिए सब कुछ करना चाहते हैं."

जर्मन सरकार के इबोला मामलों के विशेष दूत वाल्टर लिंडनर ने इबोला प्रभावित देशों में विकास सहायता बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इबोला ने लाइबेरिया, सियेरा लियोन और गिनी जैसे देशों की कमजोर स्वास्थ्य संरचना को पूरी तरह नष्ट कर दिया है. लिंडनर ने इबोला से लड़ने के अलावा इन देशों मे सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक ढांचे को स्थिर बनाने के लिए ज्यादा मदद करने की अपील की.

एमजे/आरआर (एएफपी, डीपीए)