इस्तांबुल में आत्मघाती बम धमाका
३१ अक्टूबर २०१०इस्तांबुल के पुलिस प्रमुख हुसैन कैपकिन के मुताबिक आत्मघाती एक पुरुष हमलावर हो सकता है. हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि धमाके में हमलावर मारा गया या नहीं. पुलिस प्रमुख ने कहा, "यह एक आत्मघाती हमलावर का काम लगता है. अब तक 6 नागरिक और 9 पुलिस वाले घायल हुए हैं लेकिन किसी की जान नहीं गई है. दो घायलों की हालत गंभीर है"
कैपकिन ने कहा कि इस धमाके का निशाना पुलिसवालों को बनाया गया लेकिन यह कहना अभी मुश्किल होगा कि इसके पीछे किसका हाथ है. इस्तांबुल में कुर्द पीकेके विद्रोहियों समेत कई गुट पहले भी हमले कर चुके हैं. 2003 में भी इस्तांबुल में बम धमाके हुए थे जिनमें 57 लोगों की मौत हो गई थी. ये धमाके अल कायदा ने कराए थे.
तकसीम चौराहे पर हुए धमाके के बाद टीवी पर दिखाई गई फुटेज में राहत कर्मियों को इधर उधर भागते देखा जा सकता है. चौराहे को पुलिस ने सील कर दिया है. बम निरोधी दस्ते ने भी इलाके की तलाशी ली है.
तकसीम चौराहा इस्तांबुल की उन मुख्य जगहों में से है जहां काफी तादाद में सैलानी आते हैं. यहां पब, रेस्तरां, दुकानों और होटलों की बहुतायत हैं.
रिपोर्टिंगः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य