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इस बार नाकाम रहे बिन बुलाए मेहमान

२१ मई २०१०

भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में दी गई अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की दावत में बिन बुलाए घुसकर सुर्खियों में आए मिशाएले और तारेक सालेही ने फिर अपने इस कारनामे को दोहराने की कोशिश की, पर इस बार नाकाम रहे.

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बिन बुलाए मेहमानतस्वीर: AP

बुधवार को मिशाएले और तारेक सालेही को व्हाइट हाउस से काफी दूर ही सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने रोक दिया. यह तो अभी साफ तौर पर पता नहीं चल पाया है कि वर्जिनिया की रहने वाली साहेली जोड़ी कहां जा रही थी, लेकिन अधिकारियों को संदेह है कि उनकी मंजिल मेक्सिको के राष्ट्रपति फेलिप काल्ड्रेन के सम्मान में दी गई राष्ट्रपति ओबामा की दावत में घुसना ही था.

अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एड्विन डोनोवान ने बताया कि जिस गाड़ी में सालेही दंपत्ति सफर कर रहा था, उसने रात आठ बजे के करीब व्हाइट हाउस से कुछ ब्लॉक दूर एक रेड लाइट को पार कर दिया. जैसे ही गाड़ी एलिप्स के पास निषिद्ध इलाके की तरफ मुड़ने लगी तो सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने उसे रोक लिया. उन्होंने गाड़ी में बैठी सालेही जोड़ी की पहचान की. हालांकि थोड़ी देर बाद ही उन्हें छोड़ दिया जिसके बाद वे व्हाइट हाउस से कुछ दूरी बने एक रेस्त्रां में डिनर करने गए. लेकिन रेड लाइट पार करने के लिए उन्हें सख्त हिदायत सुननी पड़ी. इस पूरे मामले पर सालेही की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

US-Präsident Barack Obama in Indien
इस मौके पर मौजूद थे सालेही दंपत्तितस्वीर: AP

साहेली पिछले साल उस वक्त सुर्खियों में आए जब बिन बुलाए वे व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में दी गई दावत में घुस गए. लेकिन सीक्रेट सर्विस को इसकी भनक तक नहीं लगी. उन्हें तो तब पता चला जब मिशाएले साहेली ने दावत की अपनी तस्वीरें फेसबुक पर डाल दीं. लेकिन इसके बाद सीक्रेट सर्विस चौकन्नी हो गई, तभी तो साहेली जोड़ी की "कोशिश" कामयाब नहीं हो सकी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह