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ईयू शिखर सम्मेलन में युंकर पर फैसला

२६ जून २०१४

हफ्तों की बहस के बाद यूरोपीय संघ के सरकार प्रमुख यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष पद का फैसला करेंगे. लक्जेमबर्ग के पूर्व प्रधानमंत्री जां क्लोद युंकर कंजरवेटिव पार्टियों के उम्मीदवार हैं. सिर्फ दो सरकार प्रमुख उनके खिलाफ हैं.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के राज्य और सरकार प्रमुख यूरोपीय आयोग के भावी अध्यक्ष को मनोनीत करेंगे. ब्रिटेन के भारी विरोध के बावजूद 59 वर्षीय युंकर के चुने जाने की उम्मीद है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने संकेत दिया है कि वे सहमति न होने की स्थिति में औपचारिक मतदान कराने की वकालत करेंगे. ऐसा पहली बार होगा क्योंकि अब तक आयोग के प्रमुख का चुनाव आम सहमति से होता रहा है.

यूरोपीय संघ के नेता शुक्रवार को नए आयोग प्रमुख के नाम का फैसला करेंगे. कंजरवेटिव धड़े ने मई में हुए यूरोपीय संसद के चुनाव में युंकर को अपना प्रमुख उम्मीदवार बनाया था. चुनाव में कंजरवेटिव पार्टियां संसद में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी हैं. समाजवादी पार्टियों का समूह दूसरा सबसे बड़ा ग्रुप है और उसने अपने प्रमुख उम्मीदवार मार्टिन शुल्त्स को संसद का अध्यक्ष चुने जाने की स्थिति में युंकर के नाम का समर्थन करने की घोषणा की है.

Kanzlerin Angela Merkel Schweden Pressekonferenz Harpsund
मैर्केल का समर्थनतस्वीर: Reuters

यूरोपीय नेताओं का शिखर सम्मेलन गुरुवार को फ्लेमिश शहर ईपेन में शुरू हो रहा है जहां सबसे पहले पहले विश्व युद्ध की शुरुआत की 100 वीं वर्षगांठ की याद में समारोह होगा. 1914 से 1918 तक चले प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वहां 5,00,000 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे. यूरोपीय नेता शाम में खाने पर 2019 तक की संघ की प्राथमिकताओं पर चर्चा करेंगे. इसे अमल में लाना नए आयोग प्रमुख की जिम्मेदारी होगी. विदेश नीति प्रभारी और यूरोपीय संघ के नेताओं की परिषद के अध्यक्ष के नामों पर जुलाई में होने वाले शिखर सम्मेलन में फैसला होगा.

शिखर सम्मेलन से जुड़े राजनयिक सूत्रों का कहना है कि युकंर को यूरोपीय नेताओं के बीच व्यापक समर्थन मिलेगा लेकिन वे अपने नाम पर एकराय की उम्मीद नहीं कर सकते. ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने खुले आम युंकर के नाम का विरोध किया है और उन्हें इसके लिए ब्रिटिश संसद का समर्थन भी मिला है. युंकर के नाम पर होने वाले मतदान में हार उन्हें घरेलू राजनीति में फायदा पहुंचाएगी. वे अपने देश में यूरोप विरोधियों का मुंह बंद करवा पाएंगे. यूरोपीय संसद के चुनावों में ब्रिटेन में यूरोप विरोधियों को भारी समर्थन मिला था.

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ईपेन में स्मारकतस्वीर: DW/B. Riegert

कैमरन को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान का समर्थन मिलने की संभावना है. ओरबान ने युंकर के नाम का विरोध करने पर फिर से जोर दिया है, लेकिन शुरू में हिचकिचाहट दिखा रहे स्वीडन के प्रधानमंत्री फ्रेडरिक राइनफेल्ड इस बीच युंकर का समर्थन कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उन्होंने कहा है कि वे युंकर के नाम का विरोध नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं कि युंकर को जरूरी समर्थन प्राप्त है."

यूरोपीय परिषद के प्रमुख हैरमन फान रोमपॉय शाम की बैठक में संघ का रणनैतिक एजेंडा पेश करेंगे. इसमें आर्थिक विकास और नए रोजगारों के निर्माण पर जोर दिया गया है. इसमें सदस्य देशों से आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाली बजट नीति की मांग की गई है और यूरो स्थिरता संधि के महत्व पर जोर दिया गया है. हाल में फ्रांस और इटली ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले कदमों की मांग की थी. लेकिन जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल स्थिरता संधि में संशोधन का विरोध कर रही हैं.

एजेंडे में यह भी कहा गया है कि यूरोप को ऊर्जा की सप्लाई के क्षेत्र में रूस के तेल और गैस से स्वतंत्र होना पड़ेगा. यूक्रेन संकट के बाद रूस से होने वाली सप्लाई पर सवालिया निशान लगे हैं. साथ ही पश्चिमी देश रूसी तेल और गैस पर निर्भरता के कारण उसके खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने में दिक्कत हो रही है. इसलिए यह मुद्दा शिखर सम्मेलन में भी छाया रहेगा. रूसी प्रभाव को कम करने के लिए यूरोपीय नेता शुक्रवार को यूक्रेन के अलावा जॉर्जिया और मोल्दाविया के साथ पार्टनरशिप संधि पर दस्तखत करेंगे. रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को कड़ा करने पर कोई फैसला होने की संभावना नहीं है.

एमजे/ओएसजे (डीपीए)