1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

ईरान से जल्द बातचीत करने की अपील

२३ सितम्बर २०१०

छह सबसे ताकतवर देशों ने ईरान से कहा है कि वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर खड़े हुए विवाद का जल्द हल चाहते हैं. इन देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा है कि परमाणु ईंधन के लेन देन पर ईरान को जल्द बातचीत करनी चाहिए.

https://p.dw.com/p/PK7d
ईरानी राष्ट्रपति अहमदीनेजादतस्वीर: AP

बुधवार को न्यूयॉर्क में चीन, फ्रांस, अमेरिका, जर्मनी, रूस और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों की ईरान मुद्दे पर बैठक हुई. बैठक के बाद जारी एक साझा बयान में कहा गया, "हमारा मकसद बातचीत के जरिए एक ऐसा हल निकालना है जिसकी उम्र लंबी हो और जिसके जरिए ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम पर बाकी देशों का भरोसा बढ़े."

इस बैठक में यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख कैथरीन एश्टन भी मौजूद थीं. एशेटन को ईरान से दोबारा संपर्क साधने की जिम्मेदारी दी गई है. एश्टन ने ही बैठक के बाद साझा बयान पत्रकारों को पढ़कर सुनाया. बैठक में शामिल छह पक्षों के इस समूह को पी5+1 कहा जाता है. इसी साल जून में यह समूह बना और इसने ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाए. इसके बाद से यह समूह ईरान से बातचीत की मेज पर लौट आने की गुजारिश लगातार करता रहा है लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल पाई है. अधिकारियों का कहना है कि ईरान से संपर्क साधने की कोशिश कई बार की गई लेकिन नाकामी हाथ लगी.

अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक तो ईरान की तरफ से खामोशी ही बनी हुई है. हालांकि उन्होंने कहा कि ईरान की तरफ से मिलने की इच्छा के कुछ संकेत मिले हैं लेकिन अभी उन्हें और मुखर होना होगा.

बैठक के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि ईरान बातचीत के लिए आगे बढ़े. उन्होंने कहा, "अब ईरान को असल बातचीत के लिए आगे आ जाना चाहिए. अपने परमाणु कार्यक्रम के बारे में उसे असल और रचनात्मक बातचीत करनी चाहिए."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार