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उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच विवाद गहराया

२० मई २०१०

दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर दोनो के बीच की विवादग्रस्त सीमा के पास अपने युद्धपोत पर तारपीडो हमले का आरोप लगाया है तो बदले में उत्तर कोरिया की युद्ध की धमकी के बाद इलाक़े में तनाव बढ़ गया है.

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तस्वीर: AP

दक्षिण कोरियाई युद्धपोत के डूबने के बाद बिठाए गए एक जांच दल ने कहा है कि इस बात के गंभीर सबूत हैं कि उत्तर कोरियाई पनडुब्बी ने 26 मार्च को दक्षिण कोरिया के युद्ध पोत को डुबोया जिसमें 46 लोग मारे गए. जांच दल का कहना है, "सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि तारपीडो उत्तर कोरियाई पनडुब्बी से छोड़ा गया."

विश्लेषकों का मानना है कि उत्तर कोरिया ने पीला सागर इलाके में नवम्बर में हुई गोलीबारी का बदला लेने के लिए यह कार्रवाई की है. जांच दल का यह भी कहना है कि समुद्र में मिले टुकड़े उत्तर कोरिया के उस प्रकार के तारपीडो से एकदम मिलते हैं जिसे उसने बेचने की पेशकश की थी. जांच दल ने सबूतों को प्रेस कांफ़्रेंस में दिखाया.

Korea Kriegsschiff FLASH
यही युद्धपोत डूबोया गयातस्वीर: AP

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्यूंग-बाक ने बहुराष्ट्रीय जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद कठोर जवाबी कार्रवाई की बात कही है. लेकिन, उत्तर कोरिया ने जांच दल की रिपोर्ट को मनगढंत बताया है और उसे सज़ा देने के प्रयासों का जवाब युद्ध से देने की धमकी दी है. उत्तर कोरिया की सर्वोच्च संस्था राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग ने कहा है कि वह कथित सबूतों की जांच के लिए अपने जांचकर्ताओं को दक्षिण कोरिया भेजेगा.

दक्षिण कोरियाई युद्धपोत को डुबाया जाना अंतर-कोरियाई विवाद में 1987 के बाद सबसे गंभीर घटना है जब उत्तर ने दक्षिण कोरिया के एक विमान को मार गिराया था जिसमें 115 लोग मारे गए थे.

अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने प्योंगयांग की कड़ी निंदा की है जबकि सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन ने अपने सहयोगी उत्तर कोरिया की आलोचना करने के बदले सभी पक्षों से शांत रहने और संयम बरतने की अपील की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मा झाओक्सू ने कहा कि चीन जांच रिपोर्ट का स्वयं मूल्यांकन करेगा. सोल स्थित अंतरराष्ट्रीय क्राइसिस ग्रुप के वरिष्ठ विश्लेषक डैनियल पिंक्सटन का कहना है कि चीन किसी कड़े क़दम या दंडात्मक कार्रवाई का समर्थन नहीं करेगा.

China Hu Jintao trifft Korea Kim Jong Il
किम जोंग इल और हू चिनथाओतस्वीर: AP

ह्वाइट हाउस ने हमले को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए चुनौती तथा युद्धविराम संधि का उल्लंघन बताया है. ब्रिटिश विदेश मंत्री विलियम हेग ने हमले की निंदा करते हुए उसे संवेदनाहीन कार्रवाई बताया तो जापान ने उत्तर कोरिया की कार्रवाई को माफ न किया जा सकने ने वाला कार्य कहा. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा कि जांच दल की रिपोर्ट से पता चले तथ्य परेशान करने वाले हैं.

दक्षिण कोरियाई युद्ध पोत के डूबने के बाद देश में आक्रोश फैल गया था. सरकार ने पांच दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी. उत्तर कोरिया के साथ उसके संबंध और ख़राब हो गए थे. दक्षिण कोरिया ने व्यापक युद्ध भड़कने के डर से सैनिक हमले की संभावना से इंकार किया है लेकिन सुरक्षा परिषद से उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने की मांग की है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: राम यादव