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उरुग्वे को हरा इतिहास बनाने को इच्छुक घाना

२ जुलाई २०१०

वर्ल्ड कप में उरुग्वे को हरा कर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम होने का सपना देख रही घाना के लिए मुकाबला कड़ा है. लेकिन घाना सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम बनने को बेकरार है.

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तस्वीर: DW

वैसे घाना ने वर्ल्ड कप में खेले चार मैचों में सिर्फ एक मैच ही हारा है. घाना के पूर्व राष्ट्रपति जॉन कुफ्योर ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि यह भाग्य तय करने वाला मैच है जिसमें घाना के खिलाड़ियों पर भारी जिम्मेदारी है.

वर्ल्ड कप के इतिहास में कोई भी अफ्रीकी टीम क्वॉर्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई है और ऐसे में घाना इतिहास रच सकती है. लेकिन अंतिम आठ में पहुंच कर उसने कैमरून और सेनेगल की बराबरी जरूर कर ली है. कैमरून 1990 में और सेनेगल ने 2002 में वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाई.

Flash-Galerie Fußball WM 2010 Südafrika Achtelfinale USA Ghana Fans
तस्वीर: AP

वैसे इतिहास उरुग्वे भी बना सकता है. उरुग्वे ने 1930 और 1950 में वर्ल्ड कप जीता लेकिन फिर उसकी फुटबॉल जगत में चमक पहले जैसी नहीं रह सकी. इस बार उरुग्वे ने बढ़िया प्रदर्शन किया है और अपनी मौजूदगी का एहसास बाकी टीमों को करा दिया है.

उरुग्वे के स्ट्राइकर डिएगो फॉरलान और लुइस सोरेत्ज की जोड़ी ने अब तक पांच गोल किए हैं और घाना के खिलाफ मुकाबले में यह जोड़ी अपने दम के बल पर नतीजा उरुग्वे के पक्ष में कर देगी. वर्ल्ड कप में इस बार लातिन अमेरिकी देशों का दबदबा है और चार टीमें क्वॉर्टर फाइनल में पहुंची हैं.

हालांकि दक्षिण अफ्रीका में घाना को जबरदस्त समर्थन मिलेगा क्योंकि मेजबान दक्षिण अफ्रीका के पहले दौर से ही बाहर होने के बाद अफ्रीकी प्रशंसकों के लिए घाना ही अफ्रीका महाद्वीप का झंडा बुलंद किए है.

घाना के स्ट्राइकर असामोहा ग्यान रोमांचित महसूस कर रहे हैं क्योंकि उनके मुताबिक वह इतिहास की दहलीज पर खड़े हैं. ग्यान मानते हैं कि उनके लिए यह इतिहास बनाने जैसा होगा क्योंकि तीन अफ्रीकी टीमें वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच कर भी आगे नहीं बढ़ पाई और उनके पास इसे बदलने का मौका है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार