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एंटनी के यूएस दौरे में छाए रहेंगे चीन और पाक

२२ सितम्बर २०१०

पाकिस्तान को मिल रही अमेरिकी सैन्य मदद, दक्षिण एशिया में आतंकवादी गुटों की तरफ से पैदा खतरे और क्षेत्र में हस्तक्षेप करने की चीन की ललक, उन मुद्दों में शामिल हैं जिन्हें भारतीय रक्षा मंत्री अपने अमेरिकी दौरे में उठाएंगे.

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एके एंटनीतस्वीर: UNI

भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी 27 सितंबर से दो दिन के अमेरिकी दौरे पर जा रहे हैं. वह अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स और सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स से मुलाकात करेंगे. इन मुलाकातों में लंबित पड़े दोतरफा समझौतों पर बात होगी जिनमें संचार उपकरणों, सैन्य तंत्र और भूअंतरिक्ष सहयोग के समझौते शामिल हैं. एंटनी अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से भी मिल सकते हैं.

भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, "बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात हो सकती है. दोनों पक्ष विभिन्न क्षेत्रों में रक्षा सहयोग बढ़ाने पर बात करेंगे."

Kaschmir Konflikt Karte
पाकिस्तानी कश्मीर में चीन की मौजूदगी की खबरें हैंतस्वीर: AP

भारत इस बात को लेकर चिंता जताता रहा है कि पाकिस्तान अमेरिका की तरफ से मिलने वाली सैन्य मदद का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता है. इसकी रोकथाम के लिए हाल ही में एंटनी ने ओबामा प्रशासन को एक निगरानी तंत्र बनाने का सुझाव भी दिया. इसी साल जुलाई में भारत के दौरे पर गए जनरल जोन्स और अमेरिकी सेना प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन के साथ भी एंटनी इस मुद्दे को उठा चुके हैं.

एंटनी अपने अमेरिकी दौरे में समूचे क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति पर भी चर्चा करेंगे. खास तौर पर पाकिस्तान और अफगानिस्तान की धरती से काम करने वाले आंतकी गुट चुनौती बन रहे हैं. भारतीय रक्षा मंत्री क्षेत्र में चीनी मौजदूगी के बारे में आ रही सूचनाएं भी अमेरिका के साथ साझा करेंगे. हाल ही में मीडिया में पाकिस्तानी कश्मीर में हजारों चीनी सैनिकों की मौजूदगी की खबरें आईं. साथ ही हिंद महासागर के क्षेत्र में भी चीनी नौसैनिक गतिविधियां देखी गई हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एन रंजन

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