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कश्मीर घाटी में फिर से कर्फ्यू

१८ अक्टूबर २०१०

भारत में कश्मीर घाटी के अधिकांश इलाकों में हिंसा की आशंका को देखते हुए कर्फ्यू लगाना पड़ा है. प्रशासन को हुर्रियत के अलगाववादी धड़े की ओर से प्रस्तावित पदयात्रा के कारण अशांति की आशंका है. इसलिए एहतियातन कर्फ्यू लगाया.

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तस्वीर: UNI

फिलहाल बारामुला, पुलवामा, सोपोर कुपवाड़, और हदवाड़ा जिलों के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है. पुलिस के अनुसार कर्फ्यू का कारण बारामुला जिले के पलहालन कस्बे से शुरू होने वाली हुर्रियत कॉंफ्रेंस की पदयात्रा है. हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी घाटी से सेना हटाने की मांग को लेकर पिछले 4 महीने से चल रहे आंदोलन के दौरान 11 लोगों के मारे जाने के विरोध में पूरे इलाके में पदयात्रा करने जा रहे हैं. पलहालन उनका गृह कस्बा भी है और यहीं से वह आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं.

हुर्रियत की लगातार जारी हड़ताल और आंदोलन के कारण घाटी में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कश्मीर समस्या के समाधान के लिए केन्द्र सरकार ने हाल ही में तीन वार्ताकार नियुक्त किए हैं. इस फैसले को लेकर भी सियासी और गैर सियासी दलों में आमराय नहीं बन पाई है.

लंबे समय से हिंसा और पुलिस कार्रवाईयों के बाद कुछ दिन पहले ही घाटी के लगभग सभी जिले कर्फ्यू से मुक्त हुए थे. लेकिन पदयात्रा के कारण एहतियातन ही सही, स्थानीय लोगों को फिर से कर्फ्यू का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि बडगाम, गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, सोपियन और बांदीपुरा जिलों में कर्फ्यू नहीं लगाया गया है.

रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल

संपादनः ओ सिंह

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