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कहीं सेल्फी जुएं ना दे जाए

सोन्या एंजेलिका डीन/ईशा भाटिया३० नवम्बर २०१४

स्कूली छात्र हों या दफ्तरों में काम करने वाले, नेता हों या अभिनेता या फिर पर्यटक, सेल्फी की दीवानगी इन दिनों सब के साथ देखी जा सकती है. पर क्या कभी इस ओर भी ध्यान गया है कि सेल्फी के कारण जुएं फैल सकती हैं.

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तस्वीर: Fotolia/nenetus

रूस में ग्राहकों के हितों का ध्यान रखने वाली संस्था ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है, "जानकार मानते हैं कि युवाओं में जुओं के फैलने का एक बड़ा कारण सेल्फी तस्वीरों का बढ़ता प्रचलन है क्योंकि इसमें लोगों के ग्रुप या जोड़े ऐसी स्थिति में होते हैं कि उनके सर एक दूसरे के संपर्क में आते हैं और परजीवी फैल पाते हैं, यही उनके फैलने का मुख्य तरीका है."

लेकिन इसी रूसी एजेंसी ने अतीत में कुछ अजीबोगरीब चेतावनियां भी जारी की हैं. मिसाल के तौर पर कौओं और काल्पनिक पंखों वाले भेड़ियों को बर्ड फ्लू का कारण बताया. इसलिए हमने इस नई चेतावनी की बुनियाद को समझना चाहा. कुर्स्क रास्पोत्रेब्नेजोर एजेंसी से जब डॉयचे वेले ने पूछा कि उन्होंने किस आधार पर यह बयान जारी किया है, तो जवाब मिला "कनाडा की कोई स्टडी है". जब हमने इस बारे में थोड़ी और जांच पड़ताल की तो पता चला कि वाकई कुछ वक्त पहले अमेरिका और कनाडा में इस तरह की खबर फैली थी. पर इंटरनेट पर मौजूद छोटी छोटी खबरों से ज्यादा कुछ भी नहीं मिला.

कैलिफोर्निया में जुओं का इलाज करने वाला एक क्लीनिक चलाने वाली मैरी मैक क्विलन मानती हैं कि सेल्फी के कारण जुएं फैल सकती हैं. वह बताती हैं कि उनके क्लीनिक पर कई स्कूली बच्चे और किशोर आते हैं. बहुत से ऐसे हैं जिनके कोई भाई बहन नहीं हैं, फिर भी उन्हें जुओं की समस्या है, "हमने माता पिता से कहा कि वे उनसे पूछें कि वे दिन भर किन के साथ रहते हैं और उनके फोन भी चेक करें. हमने पाया कि फोटो में अगर चार बच्चे दिख रहे हैं, तो उनमें से एक या दो इलाज कराने क्लीनिक आते हैं." मैक क्विलन बताती हैं कि पिछले कुछ सालों में उन्होंने पांचवीं क्लास से ले कर कॉलेज जाने वालों में जुओं के मामलों में 40 फीसदी बढ़ोतरी देखी है.

इसके विपरीत हारवर्ड यूनिवर्सिटी के रिचर्ड पॉलक का मानना है कि क्लीनिक और सलून वाले सिर्फ अपने मुनाफे के लिए इस तरह के डर को बढ़ावा दे रहे हैं, "मैं इसे पूरी तरह खारिज तो नहीं कर सकता लेकिन इतना जरूर जानता हूं कि इसके पीछे कोई विज्ञान नहीं है."

जुएं फैलें ना फैलें उनसे जुड़ी खबरें जरूर फैल रही हैं. माना जा रहा है कि जुओं और सेल्फी के नाते की खबर सबसे पहले कैलिफोर्निया में ही शुरू हुई. वहां से वह कनाडा गयी, फिर रूस और फैलते फैलते पूरे यूरोप में छा गयी. शायद इतनी तेजी से तो सोशल मीडिया पर लोगों की सेल्फी भी नहीं फैलती.