कांग्रेस ने गडकरी का बहिष्कार करने की मांग की
१० जुलाई २०१०कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा है कि कांग्रेस के खिलाफ अपमानजनक और निंदनीय भाषा का इस्तेमाल करने वाले गडकरी का सामाजिक और राजनीतिक रूप से बहिष्कार किया जाना चाहिए. अहमद के मुताबिक कांग्रेस उस पार्टी से भी माफी की मांग करती है, जिसने ऐसे लोगों को अध्यक्ष पद पर चुना है.
जब शकील अहमद से पूछा गया कि क्या कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने गडकरी की टिप्पणी का जवाब देने में गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं किया है तो अहमद ने कहा कि तिवारी के शब्द अलग हो सकते हैं लेकिन वह भी बीजेपी अध्यक्ष की टिप्पणी की निंदा करने चाहते हैं. मनीष तिवारी ने कहा था कि नितिन गडकरी ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है और उन्हें मनोवैज्ञानिक मदद की जरूरत है.
अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के फैसले में देरी के चलते बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने देहरादून में एक रैली के दौरान कहा, "मैं कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि क्या अफजल गुरु उनका दामाद है. उससे विशेष बर्ताव क्यों किया जा रहा है." लेकिन गडकरी के इस भाषण से कांग्रेस में जबरदस्त नाराजगी है. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने मनीष तिवारी को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि गडकरी के खिलाफ उनका बयान असामाजिक, गैरजिम्मेदारी भरा और राजनीतिक विनम्रता के खिलाफ है. प्रसाद ने पूछा है कि क्या मनीष तिवारी की भाषा का कांग्रेस समर्थन करती है.
वहीं इस मामले के केंद्र बिंदु गडकरी ने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है और कहा है कि वह अपने रुख पर कायम हैं. गडकरी पहली बार अपने बयान के चलते मुश्किलों में नहीं फंसे हैं. दो महीने पहले उन्होंने लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव के बारे में कहा था कि वह कांग्रेस और सोनियां गांधी के तलवे चाटते हैं. हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह