1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

कीव में दो प्रदर्शनकारियों की मौत

२२ जनवरी २०१४

यूक्रेन में राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच के इस्तीफे की मांग को ले कर चल रहे प्रदर्शन हिंसक होते जा रहे हैं. कीव में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में दो लोगों के मारे जाने की खबर है.

https://p.dw.com/p/1Av8g
तस्वीर: Reuters

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि स्थानीय समय छह बजे पुलिस ने कीव में ग्रुशेव्स्की स्ट्रीट पर प्रदर्शनकारियों की बनाई घेराबंदी तोड़ दी और गिरफ्तारियां करने लगी. लोगों ने यह घेराबंदी तोड़ी या जलाई जा चुकी पुलिस की गाड़ियों से की थी. जब प्रदर्शनकारियों ने देखा कि पुलिस हमला कर रही है तो उन्होंने पत्थरबाजी कर उन्हें रोकना चाहा. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि झड़प तब हुई जब पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया.

इसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके जिसके बाद पुलिस ने गोलियां चलाईं. भीड़ पर काबू पाने के लिए की गई इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार कैमरामैन ने एक शव देखा जिसके सिर पर गोली के घाव थे. इसके बाद लोगों ने 'कातिल' और 'यूक्रेन जिंदाबाद' के नारे लगाने शुरू कर दिए.

झड़प में एक दूसरे व्यक्ति की भी मौत हुई है. हालांकि गृह मंत्रालय ने अभी एक ही व्यक्ति के मारे जाने की पुष्टि की है, लेकिन समाचार एजेंसी इंटरफैक्स को दिए बयान में मंत्रालय ने कहा है कि वह अभी मौत के कारण के बारे में कुछ नहीं बता सकती. समाचार एजेंसी एपी ने लिखा है कि मेडिकल सेंटर ने दो लोगों को मृत घोषित किया है. मेडिकल सेंटर ने कहा है कि जिस दूसरे व्यक्ति के मारे जाने की बात की जा रही है वह कीव के डायनेमो फुटबॉल स्टेडियम में गिरा मिला. यह जगह झड़प वाली जगह के पास है. मंत्रालय ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है.

Demonstration und Proteste in Kiew 22.01.2014
तस्वीर: Reuters

और हिंसक होने की आशंका

ताजा रिपोर्टों के अनुसार पुलिस का जत्था ग्रुशेव्स्की स्ट्रीट के अंत तक आगे बढ़ा और बाद में फिर पीछे हट गया. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि इसके जरिए पुलिस एक नए हमले की तैयारी कर रही है. यूक्रेन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि कम से कम दस फीट की दूरी बनाए रखें. ऐसा ना करने पर इसे पुलिसवालों की जान पर खतरा माना जाएगा और पुलिस ठोस कदम उठाने पर मजबूर होगी.

यूक्रेन के प्रधानमंत्री मिकोला अजारोव ने पहले ही चेतावनी दे दी थी कि सुरक्षाकर्मी बल प्रयोग कर सकते हैं. पिछले तीन दिनों में सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं. रूस के टेलीविजन चैनल से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर लोग सरकार की बात नहीं मानेंगे तो मजबूरन अधिकारियों को ऐसे नए कानूनों का सहारा लेना पड़ेगा जो विवादास्पद हैं और जो देश में बड़े स्तर पर प्रदर्शनों पर रोक लगाते हैं. वहीं रूस ने भी माना है कि यूक्रेन में हालात काबू से बाहर जा रहे हैं. रूसी विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव ने स्थिति को 'दहशतपूर्ण' और यूरोपीय नियमों का घोर उल्लंघन' बताया है.

पुलिस द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार अब तक झड़प में 163 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं और 80 को अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा है. घायल हुए प्रदर्शनकारियों के बारे में अभी कोई आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं.

आईबी/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें