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कोरिया में तनाव पर चीन ने दिया आपात बातचीत का प्रस्ताव

२८ नवम्बर २०१०

चीन ने कोरियाई तनाव को खत्म करने के लिए तुरंत बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है. दोनों कोरियाई देशों ने कहा वे प्रस्ताव पर विचार करेंगे. इस बीच अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओँ ने शुरू किया विशाल युद्धाभ्यास.

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तस्वीर: AP

दुनिया भर से कोरियाई देशों के बीच तनाव को घटाने में जिम्मेदारी निभाने के लिए बढ़ते दबाव के बीच चीन ने बातचीत का प्रस्ताव कोरियाई देशों के सामने रखा. प्रस्ताव रखने के साथ ही चीन ने यह साफ कर दिया कि बातचीत उत्तर कोरिया के साथ निरस्त्रीकरण पर होने वाली छह पक्षों वाली बातचीत नहीं है. उत्तर कोरिया इस बाचतीत से दो साल पहले बाहर निकल गया और तभी से यह बातचीत थमी पड़ी है. दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वह ध्यान से इस प्रस्ताव को देखने के बाद इस पर विचार करेगा.

USA Nordkorea Südkorea Flugzeugträger George Washington im Hafen von Busan
तनाव के बीच युद्धाभ्यासतस्वीर: AP

चीन और उत्तर कोरिया पिछले कुछ महीनों से स्थानीय ताकतों को बातचीत के लिए राजी करने की कोशिश कर रहे हैं. माना जा रहा है कि स्थानीय ताकतों को बातचीत की मेज पर लाने के इरादे से ही उत्तर कोरिया ने हमले किए ताकि उसे कुछ छूट मिल जाए. चीन ने दक्षिण कोरिया के साथ इस बात पर सहमति जताई है कि हालात चिंताजनक हैं. चीन ने दिसंबर में आपात बातचीत का प्रस्ताव रखा है. उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच बातचीत में चीन, अमेरिका और जापान मेजबान होंगे. अभी तक यह पता नहीं चला है कि उत्तर कोरिया ने इसमें शामिल होने को मंजूरी दी है या नहीं.

जापान ने भी बातचीत में शामिल होने का वादा नहीं किया है. उसकी तरफ से कहा गया है, "हम इस मामले में दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सरकार के साथ सहयोग करते हुए सावधानी से कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं."

उत्तर कोरिया के साथ चीन के पुराने संबंध हैं और वह अपने छोटे और गरीब पड़ोसी का सुरक्षा कवच है. चीन को यह भी डर है कि अगर उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है तो जवाब में वह और बड़े हमले भी कर सकता है. उधर अमेरिका में आलोचक उत्तर कोरिया के साथ चीन के रिश्तों को खतरनाक करार दे रहे हैं.

दक्षिण कोरिया के मैरीन कमांडरों ने मंगलवार को हुए हमले का हजार गुना बड़ा बदला लेने की ठानी है. इस बीच उत्तर कोरिया का कहना है कि अगर इस हमले में किसी आम नगारिक की मौत हुई होती तो ये अफसोसजनक होता. हालांकि इसके साथ ही उसने दक्षिण कोरिया पर इंसान को कवच के रूप में इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. उत्तर कोरिया का यह भी कहना है कि इन सब के लिए अमेरिका भी जिम्मेदार है. अमेरिका ने शांति के दौर में होने वाले युद्धाभ्यास के लिए विमानवाहक युद्ध पोत भेजा.

इस बीच दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योन्हाप का दावा है कि बीमार नेता किम जोंग इल अपने छोडे बेटे को देश की सत्ता सौंपने की तैयारी में हैं. इसमें यह भी लिखा है कि उत्तर कोरिया ने जमीन से जमीन पर और जमीन से हवा में मार करने वाले मिसाइल सरहदी इलाकों में तैनात कर दिए है. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ने विदेशी पत्रकारों से कहा कि कि वे रविवार तक यह देश छोड़ दें क्योंकि उसके बाद स्थिति बेहद खराब होगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार

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