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क्लिंटन ने की चीन में निष्पक्ष व्यापार की मांग

२३ मई २०१०

अमेरिका और चीन के बीच पेइचिंग में हो रहे सामरिक और आर्थिक डॉयलोग से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने चीन में अमेरिकी कंपनियों के लिए निष्पक्ष प्रतिस्पर्धी शर्तों की मांग की है.

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क्लिंटनतस्वीर: AP

चीन दौरे के आरंभ में शंघाई पहुंची क्लिंटन ने कहा कि राष्ट्रीय कानून और उत्पादों के मानक विदेशी उद्यमों के लिए भी पारदर्शी होना चाहिए. साथ ही उन्होंने मांग की कि सरकारी और ग़ैर सरकारी निविदाओं में विदेशी कंपनियों को भी शामिल होने का मौक़ा मिलना चाहिए. अमेरिकी विदेश मंत्री ने बौद्धिक संपदा की सुरक्षा की मांग की और कहा कि ये मुद्दे 21 वीं सदी में लहलहाती विश्व अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं.

China EU Handel Einkaufszentrum in Peking
तस्वीर: AP

अमेरिकी विदेश मंत्री ने अमेरिकी और चीनी उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी उद्यम चीन में प्रतिस्पर्धा में भाग लेना चाहते हैं. "वे अमेरिकी श्रमिकों द्वारा उत्पादित माल चीनी उपभोक्ताओं को बेचना चाहते हैं, जिनकी आय बढ़ रही है, जिनकी मांग बढ़ रही है."

पेइचिंग में सोमवार और मंगलवार को अमेरिका और चीन के वरिष्ठ प्रतिनिधि सामरिक और आर्थिक संवाद के लिए मिल रहे हैं. इसमें अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के अलावा वित्त मंत्री टिमोथी गाइथनर भी हिस्सा लेंगे. बैठक में व्यापारिक मामलों और प्रतिस्पर्धा के विवादास्पद मुद्दों के अलावा उत्तर कोरिया के मुद्दे पर भी चर्चा होगी.

अमेरिका के साथ चीन का व्यापार घाटा 2008 के 268 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर से गिरकर 2009 में 227 अरब डॉलर रह गया है लेकिन अमेरिकी अधिकारी इसे अभी भी बहुत अधिक मान रहे हैं. वे अमेरिकी मालों के लिए चीन का बाज़ार खोलने की मांग कर रहे हैं.

अमेरिकी कांग्रेस ने चीन पर राष्ट्रीय मुद्रा की क़ीमत युआन को कृत्रिम रूप से कम रखने का आरोप लगाया है ताकि चीनी माल विश्व बाज़ार में सस्ते रहें. अमेरिका के व्यापारिक दूत रॉन किर्क की हाल में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अपने बाज़ार में विदेशी कंपनियों के लिए नई बाधाएं खड़ी कर दी हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: आभा मोंढे