1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

क्वॉर्टर फाइनल में हारीं साइना

२८ अगस्त २०१०

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के पदक जीतने की उम्मीदें शुक्रवार को उस वक्त खत्म हो गईं जब साइना नेहवाल महिलाओं के सिंगल्स क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले में चीनी खिलाड़ी से हार गईं. साइना ने कहा, हार जीत चलती रहती है.

https://p.dw.com/p/OyGm
तस्वीर: AP

दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी 20 वर्षीय साइना के लिए यह हफ़्ता खास उत्साहजनक रहा लेकिन आखिर में वह बैडमिंटन में दमदार खिलाड़ी देने वाले चीन की वांग शिशियान से हार गईं. छठी वरीयता प्राप्त वांग ने मैदान पर बेहद फुर्ती दिखाई और 34 मिनट में ही 21-8 21-14 से मुकाबला अपने नाम किया.

पैरिस में चल रही बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले में हार के बाद साइना ने अपनी नाकामी को साफ तौर पर स्वीकारा. वह कहती हैं, "मेरी कमजोरी यह रही कि मैं मैदान पर फुर्ती नहीं दिखा सकी. वांग इस मामले में बाजी मार गईं. वह नेट पर कहीं ज्यादा आक्रामक थीं." विश्व चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले में हार के बाद साइना ने कहा कि हार जीत को चलती ही रहती है. उनके मुताबिक, "कभी आप जीतते हैं, कभी हारते हैं. मुझे लगता है कि मैं कुछ और आगे बढ़ पाऊंगी. आज का दिन मेरे लिए ठीक नहीं था. यह मेरा दिन नहीं था लेकिन मैंने अपनी पूरी कोशिश की." साइना को इस बार खिताब का प्रबल दावेदार समझा जा रहा था.

Indische Badmintonspielerin Saina Nehwal
हार जीत चलती रहती हैतस्वीर: UNI

साइना हाल ही में कई सुपर सीरीज टूर्नामेंटों में जीत के बाद विश्व रैंकिंग में नंबर दो के पायदान पर पहुंचीं. इसीलिए बैंडमिंटन में भारत के सबसे कामयाब खिलाड़ी रहे प्रकाश पादुकोण ने उन्हें दुनिया की सबसे सक्षम महिला खिलाड़ी करार दिया. वैसे भी भारत में निजी प्रदर्शन वाले खेलों में अच्छे खिलाड़ियों की कमी रही है, इसलिए एक के बाद एक कई जीतों ने जहां साइना को सबके दिलों के करीब पहुंचाया, वहीं उनसे उम्मीदें भी बहुत बढ़ गई हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एन रंजन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें