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मंथन 101 में खास

१९ अगस्त २०१४

दिखाएंगे इलेक्ट्रॉनिक कचरे से कैसे निकाली जा रही हैं कीमती धातुएं और साथ ही बात होगी सस्ती ड्रोन फोटोग्राफी तकनीक की.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

हर रोज लाखों मोबाइल फोन, टीवी, कंप्यूटर और टैबलेट का उत्पादन होता है. और दुनिया भर में करीब करीब हर रोज हजारों खराब गैजेट्स कचरे में फेंक दिए जाते हैं. क्या आपको पता है कि इन उत्पादों में कीमती धातुएं होती हैं. यूरोप के सबसे बड़े कॉपर उत्पादक आउरूबिस के कारखाने में कंप्यूटर के पुराने पार्ट्स से तांबा निकाला जाता है. यहां रोजाना डेढ़ सौ टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा लाया जाता है, हैम्बर्ग में आउरुबिस कंपनी के अहाते में. कंप्यूटर के इन पुराने हिस्सों में कीमती कच्चा माल छिपा है. कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कचरे से ज्यादा से ज्यादा कीमती धातुएं बाहर निकालना चाहती है. आउरुबिस अपने प्लांट में हर साल 41,000 टन तांबे का उत्पादन करता है. मांग बहुत ज्यादा है, खासकर निर्माण और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग में. मंथन में जानिए किस तरह से पुराने कबाड़ से कीमती धातुएं निकालने का उद्योग फल फूल रहा है.

ड्रोन फोटोग्राफी

फिल्मों की शूटिंग के लिए हवा से लिए जाने वाले शॉट्स के लिए हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल होता आया है. लेकिन तकनीक के विस्तार के कारण यह ड्रोन से भी मुमकिन हो गया है. शूटिंग के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल काफी महंगा साबित होता है. ड्रोन का इस्तेमाल युद्ध के मैदान में पिछले कुछ सालों से अमेरिका और अन्य ताकतवर देश करते आए हैं. फिल्म की शूटिंग में हालांकि यह नया नया प्रयोग है.

एशिया में सस्ते प्रोसेसर और सेंसर मिलते हैं, जिनसे ड्रोन बनाना आसान और सस्ता हो गया है. जर्मनी के हैम्बर्ग स्थित ड्रोन कंपनी के लिए भी कारोबार का नया रास्ता खुल गया है. किस तरह का वीडियो बनाना है इस आधार पर ड्रोन चुना जाता है. फिर उस पर कैमरे लगाए जाते हैं. यह तकनीक पेशेवर फिल्म बनाने वालों के लिए वरदान साबित हो रही है. साथ ही इस तरह के ड्रोन को ऑपरेट करना बेहद आसान है. मंथन में बताएंगे कैसे हेलिकॉप्टर की तुलना में ड्रोन से शूटिंग मुनाफे का सौदा है.

अपसाइक्लिंग का जमाना

रिसाइक्लिंग के बाद अब अपसाइक्लिंग का चलन जोर पकड़ रहा है. अपसाइक्लिंग का कंसेप्ट ही है कि पुरानी चीजों का दोबारा इस्तेमाल हो. यह नई तरह की चीज है, जिससे पर्यावरण को भी फायदा पहुंचता है. दोबारा इस्तेमाल में कम कच्चा माल और ऊर्जा लगती है. इसके साथ ही पुराने कपड़े की क्वालिटी भी बेहतर हो जाती है. मंथन में आपकी मुलाकात ऐसे लोगों से होगी जो इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं या फिर पढ़ाई करके इस सेक्टर में अपना करियर बनाना चाहते हैं. अगर आप भी कुछ नया करने की सोच रहे हैं तो हो सकता है कि इस एपिसोड को देखकर आप भी कुछ अलग सोच सकें.

देखें 'मंथन' शनिवार सुबह 10.30 बजे डीडी नेशनल पर.