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गड़बड़ करके चंदा लेने में फंसे सारकोजी

८ जुलाई २०१०

फ्रांस में सरकारी वकील राष्ट्रपति सारकोजी के चुनाव प्रचार को लेकर एक बड़े घोटाले की जांच कर रहे हैं. लौरियल कंपनी के एक अधिकारी ने माना कि सार्कोजी के प्रचार के लिए कंपनी ने एक लाख 50 हजार यूरो दिए थे.

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बुरे फंसेतस्वीर: picture alliance / dpa

पेरिस में फ्रॉड स्क्वैड आरोपों की जांच कर रहा है. कॉस्मेटिक्स कंपनी लौरियल के अकाउंटेंट क्लेर थिबो ने पुलिस से कहा कि 2007 में कंपनी की मालिक लिलियान बेतेनकूर के वित्त सलाहकार ने सारकोजी के चुनाव प्रचार के लिए एक लाख 50 हजार यूरो दिए थे. यह पैसे एरिक वूर्त को दिए गए थे जो 2007 में पार्टी के खजांची थे और अब फ्रांस के श्रम मंत्री हैं. वूर्त अब आरोपों के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करेंगे. उनके दफ्तर ने एक बयान में कहा कि अनजान लोग उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं.

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लौरियल की बेतेनकूरतस्वीर: picture-alliance/ dpa/dpaweb

माना जा रहा है कि वूर्त के बेतेनकूर के साथ करीबी रिश्ते थे. मीडियापार्ट नाम की एक वेबसाइट ने यह खबर छापी है और कहा है कि बेतेनकूर के बटलर ने छिप कर दोनों के बीच बातचीत को रिकॉर्ड किया. साथ ही थिबू के हवाले से कहा गया है कि सारकोजी को बेतेनकूर परिवार से लिफाफे में पैसे भेजे गए थे.

जहां वूर्त की पत्नी की कंपनी बेतेनकूर के वित्तीय मामलों को नियंत्रित करती हैं, वहीं वूर्त बजट मंत्री की हैसियत से टैक्स चोरों के खिलाफ कानून बनाने में लगे हुए थे. इस विरोधाभास के बावजूद वूर्त का कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है. लेकिन फ्रांस के राजनीतिज्ञ सारकोजी से स्थिति को संभालने की मांग कर रहे हैं.

उधर सत्ता में उपस्थित नेता अपनी तरह से सरकार की इज्जत बचाने में लगे हुए हैं. फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रांस्वा फिलों ने कहा है कि यह समाजवादी पार्टी की चाल है. उद्योग मंत्री क्रिस्तियां एस्त्रोसी ने कहा कि इस तरह का काम 1930 के आस पास होता था, जब फासीवादी देश में सरकार के लिए खतरा पैदा कर रहे थे.

फ्रांस में किसी भी पार्टी को एक निजी कंपनी से सालाना केवल 7,500 यूरो लेने की अनुमति है. सारकोजी की लोकप्रियता इस वक्त बहुत कम है और घोटाले के बाद लोग उन्हें और नापसंद करने लगे हैं. 2012 में देश में संसद चुनाव होने हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन

संपादनः ए जमाल