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गिलानी, मनमोहन दो बार दोस्ताना अंदाज़ में मिले

१४ अप्रैल २०१०

परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने वॉशिंग्टन पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसुफ रज़ा गिलानी दो बार एक दूसरे से मिले हैं. हालांकि दोनों ने आपस में एक दूसरे का हाल चाल ही पूछा.

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हाथ तो मिलेतस्वीर: UNI

यूसुफ़ रज़ा गिलानी और मनमोहन सिंह पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की मेज़बानी में आयोजित एक भोज में मिले. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता विष्णु् प्रकाश के मुताबिक दोनों ने पांच मिनट आपस में बातें की और हाथ मिलाया.

Manmohan Singh und Syed Yousuf Raza Gilani in Ägypten
तस्वीर: AP

गिलानी ने ही मनमोहन सिंह के पास जाने की पहल की और दोनों नेताओं के बीच मुलाक़ात काफ़ी दोस्ताना थी. दूसरी मुलाक़ात मंगलवार को लाउंज में हुई जहां बैठक के लिए सभी नेता एकत्र हो रहे थे. दोनों के बीच फिर कुछ बातें हुई.

माना जा रहा है कि 26 अप्रैल को भूटान में हो रहे दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क सम्मेलन में दोनों नेता शामिल होंगे और उस दौरान भारत औऱ पाकिस्तान में द्विपक्षीय मुलाक़ात हो सकती है.

25 फ़रवरी को पाकिस्तान और भारत के विदेश सचिवों की बैठक के बाद भारत ने कहा था कि वह वार्ता को आगे बढ़ाना चाहता है लेकिन भारत के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.

पाकिस्तान का कहना है कि वह समग्र बातचीत को दोबारा शुरू करना चाहता है जिसे भारत ने मुंबई हमलों के बाद रोक दिया है. भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान मुंबई हमलों के आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करता, तब तक समग्र वार्ता शुरू नहीं हो सकती है.

पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के सिलसिले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाए हैं लेकिन भारत उनसे संतुष्ट नहीं है. मनमोहन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से सोमवार को कहा कि मुंबई हमलों में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने को लेकर पाकिस्तान के इरादे में कमी नज़र आ रही है. उन्होंने कहा कि भारत इन लोगों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई चाहता है.

रिपोर्टः पीटीआई/ एम गोपालकृष्णन

संपादनः एस गौड़