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चीन में बहुमंजिली सुरंगों का सपना

३० दिसम्बर २०१६

दुनिया भर में चलने वाले मेगा प्रोजेक्ट्स में कई देश मिलकर काम करते हैं.चीन में जब मुख्यभूमि को हांगकांग एयरपोर्ट को जोड़ने की योजना बनी तो एक जर्मनी कंपनी ने इसके लिए दुनिया की सबसे बड़ी बोरिंग मशीन बना दी.

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Türkei Istanbul Eurasien Tunnel
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/E. Gurel

सुरंग का एंट्रेस, मार्टिन हेरेनक्नेष्ट काम का जायजा लेने जा रहे हैं. कुछ ही मिनटों बाद वे समुद्रतल से 50 मीटर नीचे पहुंच जाते हैं.

उनके ऊपर दक्षिण चीन सागर है. सुरंग हांग कांग एयरपोर्ट को चीन की मुख्यभूमि से जोड़ेगी.

सुरंग बनाने के लिए नए प्रकार की मशीन इस्तेमाल हो रही है. यह दुनिया की सबसे बड़ी मशीन है. 17.6 मीटर के व्यास वाली मशीन का इस्तेमाल शुरुआती 1.2 किलोमीटर के लिए किया गया है. यह बहुत ही दिलचस्प है, जब हम देखें कि हम सड़क के लिए सुरंग बना रहे हैं. बाद में 14 मीटर व्यास वाली मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए एक द्वीप बनाएंगे ताकि मशीन एसेंबल कर सकें.

जर्मन कंपनी हेरेनक्नेष्ट लिमिटेड के प्रमुख मार्टिन हेरेनक्नेष्ट का कहना है कि इस विशेष बोरिंग मशीन के बिना सुरंग का निर्माण संभव नहीं था. उनके इंजीनियरों ने दो साल तक इस मशीन को बनाने पर काम किया है. यह प्रोजेक्ट चीन और फ्रांस का ज्वाइंट वेंचर है. जर्मन कंपनी सिर्फ मशीनों की सप्लाई कर रही है.

लेकिन सुरंग बनाने वाली जगह तक मशीनें और कच्चा माल पहुंचाना आसान नहीं है. सुरंग निर्माण के दौरान मुख्य जोखिम पानी भरने का है. वहीं मौसम की चुनौती देता है. पहले से तैयार कई ढांचे चीन से आते हैं, 1,600 किलोमीटर दूर से और यदि समुद्र शांत न हो और तूफान हो तो जहाज उन्हें समय पर नहीं लाया जा सकता. और देरी का मतलब है अतिरिक्त खर्च और काम का लंबा खिंचना.

सुरंग बन जाने के बाद यहां दो या तीन लेन की सड़क गुजरेगी. इस सुरंग को बनाने का खर्च 1.8 अरब यूरो है. यह इस समय हांग कांग के सबसे बड़े प्रोजेक्टों में एक है. इसके समांतर एक मेट्रो लाइन भी बनाई जा रही है.

 हेरेनक्नेष्ट को चीन में कारोबार से कोई मुश्किल नहीं है. यहां वे पूरी तरह अपनी मशीनों पर ध्यान दे रहे हैं, "इस मशीन को एकदम सटीक तरीके से चलाना पड़ता है ताकि सही लक्ष्य पर पहुंचा जा सके. पिछले हफ्ते ही यह मशीन बाहर निकली है और इससे अगले चरण की खुदाई होगी. इस तकनीक का हम यहां इस्तेमाल कर रहे हैं."

मझौले आकार के उद्यम के मालिक को भरोसा है कि और कोई कंपनी इस तरह की मशीन नहीं बना सकती. इंजीनियर के रूप में वे खुद इससे प्रभावित हैं. नई मशीन के जरिये वह चीन में बहुमंजिला सुरंगें भी बनाना चाहते हैं. हेरेनेक्नेष्ट कहते हैं, "हम और गहराई में जा सकते हैं, रोड टनल के साथ उसके नीचे रेलवे लाइन बनाने के लिए. इसके लिए 18 मीटर के व्यास वाली मशीन चाहिए. या फिर तीन लेन वाली सड़क की टनल और उसके नीचे मेट्रो की लाइन. यानि कई काम वाली सुरंग, टेलिकम्युनिकेशन, पानी की निकासी, इंटरनेट, सब एक दूसरे से जुड़ी."

ग्लोबल कारोबार में बने रहने के लिए निरंतर नई खोज जरूरी है. और उद्योमी हेरेनक्नेष्ट का यही मानना है. वह अपने सपनों को इस समय चीन में आकार दे रहे हैं, वो भी अपनी जबरदस्त मशीन के जरिये.

मानुएला कास्पर क्लारिज/एमजे