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चूहे ने कुतरे कॉमनवेल्थ पदक के सपने

३ सितम्बर २०१०

संजीव राजपूत भारत की निशानेबाजी टीम में एक मजबूत सदस्य के तौर पर देखे जा रहे थे और उनसे आने वाले कॉमनवेल्थ खेलों में पदक की भी उम्मीद की जा रही थी लेकिन एक चूहे ने उनके सारे सपने कुतर दिए.

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तस्वीर: AP

29 साल के संजीव को पुणे के एक होस्टल में चूहे ने काट लिया और इस तरह कॉमनवेल्थ में उनके अच्छे प्रदर्शन के सारे सपने चूर हो गए. संजीव के हवाले से रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने लिखा है, "मैं पुणे के कैंप होस्टल में रह रहा था जहां मुझे रात में चूहे ने काट खाया. मैं बिना समय गंवाए डॉक्टर के पास गया. उन्होंने मुझे एंटी रैबीज इंजेक्शन दिया."

चूहे के काटने के बाद संजीव को बुखार हो गया और वह भारत की दमदार निशानेबाजी टीम में भी जगह नहीं बना पाए. वह कहते हैं, "मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया. 1155 और 1149 अंक औसत से भी कम थे." संजीव चाहते हैं उनके स्कोर पर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए विचार किया जाए, लेकिन भारत के राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने उनका अनुरोध खारिज कर दिया. संघ खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बाद उनके औसत को देखते हुए टीम का चयन करता है.

अब गगन नारंग और इमरान हसन कॉमनवेल्थ खेलों में पुरूषों की राइफल प्रतिस्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. संजीव राजपूत को तो चूहों ने कॉमनवेल्थ खेलों से बाहर कर ही दिया है, वे कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजन स्थलों पर भी बड़ी समस्या साबित हो सकते हैं. 90 लोगों वाली एक टीम 600 चूहेदानियों और 100 किलो चूहेमार दवाई के साथ स्थलों को चूहा फ्री करने के काम में जुटी है. उनका लक्ष्य सितंबर के मध्य तक इन सभी जगहों को चूहों से आजाद कराना है.

रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा एम

संपादनः ए कुमार

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