चेन्नई में कीवियों का सूपड़ा साफ करने उतरेगा भारत
१० दिसम्बर २०१०बांग्लादेश के हाथों करारी झेलने के बाद न्यूजीलैंड की टीम भारतीय जमीन पर गश खा गई. शुक्रवार को न्यूजीलैंड के सामने आखिरी एक मैच जीतकर नाक बचाने की चुनौती है. विटोरी की टीम ने पिछले मैच में बल्ले और गेंद से बढ़िया प्रदर्शन किया, लेकिन यूसुफ पठान का तूफान कीवियों को पटकता चला गया.
चौथे मैच में मिली हार ने जहां न्यूजीलैंड का मनोबल तोड़ने का काम किया, वहीं टीम इंडिया के हौंसले अब सातवें आसमान पर हैं. सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह के बिना खेल रही टीम किसी कोने से कमजोर नहीं लग रही है. कप्तान गौतम गंभीर का बल्ला ब्लास्ट कर रहा है.
वर्ल्ड कप की टीम में जगह बनाने के मकसद से विराट कोहली, यूसुफ पठान और रोहित शर्मा भी पूरा एक्सीलिरेटर दबाए हुए हैं. लंबे समय तक घरेलू मुकाबले खेलने और दिनेश कार्तिक के पीछे ढके रहने के बाद टीम में लौटे पार्थिव पटेल भी कुछ कर गुजरना चाह रहे हैं. खूंटा गाड़ने की सोच सौरभ तिवारी के जेहन में भी है. इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से युवराज और रैना जैसे दिग्गज चिंतित हो उठे हैं.
जाहिर है इन समीकरणों के साथ चेन्नई का मुकाबला दिलचस्प और आतिशी पारियों वाला होगा. न्यूजीलैंड पिछले 12 वनडे में एक बार भी जीत का मुंह नहीं देख सका है. ऐसे में मेहमान टीम की हसरत 13 अगस्त 2010 के बाद आखिरकार एक वनडे जीतने की तो होगी ही.
रिपोर्ट: ओ सिंह
संपादन: आभा एम