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छोटी बचत योजनाओं पर मिलेगा कम ब्याज

३१ मार्च २०१७

भारत सरकार ने पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ), किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्धि खाता और सीनियर सेविंग्स स्कीम जैसी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 0.1 फीसदी की कटौती की है. नई ब्याज दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी.

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Symbolbild - indische Rupie
तस्वीर: Getty Images

वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक एक अप्रैल को लागू हो रहे इस नये नियम के बाद पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ) और पांच वर्ष की मियाद वाले नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. इन दोनों योजनाओं पर अब तक 8 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था.

सुकन्या समृद्धि खाता योजना में भी ब्याज दर 8.5 फीसदी से घटकर 8.4 फीसदी किया गया है. वहीं किसान विकास पत्र पर 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा जबकि पांच साल की मियाद के लिए सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम पर 8.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. हालांकि बचत जमा पर ब्याज दर को जस के तस 4 फीसदी पर रखा गया है.

एक से पांच साल की मियादी जमा (टर्म डिपॉजिट) पर ब्याज दर 6.9 से 7.7 फीसदी होगी और इसका भुगतान तिमाही आधार पर होगा. पांच वर्षीय रेकरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दर 7.2 फीसदी रहेगी. सरकार के इस कदम के बाद बैंक भी अब जमा दरों में कटौती कर सकते हैं.

सरकार ने श्यामला गोपीनाथ पैनल द्वारा सुझाये गये फॉर्मुले के आधार पर लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों की तिमाही समीक्षा नीति पिछले साल अप्रलै से शुरू की थी. इसी नई नीति के तहत यह फैसला लिया गया है.

एए/आरपी (पीटीआई)