1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

जमाइका में हिंसा, अब तक 44 की मौत

२६ मई २०१०

जमाइका की राजधानी किंग्स्टन के झुग्गी बस्ती इलाके में चार दिनों से जारी गोलीबारी में 44 लोग मारे गए हैं. सुरक्षा बल ड्रग माफिया क्रिस्टोफर कोक उर्फ डुडुस को पकड़ने के लिए अभियान चला रहे हैं जो अब तक पकड़ में नहीं आया है.

https://p.dw.com/p/NXvR
तस्वीर: AP

समझा जाता है कि ड्रग्स माफिया क्रिस्टोफर कोक कैरेबियाई देश जमाइका की राजधानी किंग्स्टन के टिवोली गार्डन्स इलाके में छिपा बैठा है. इसी इलाके के आसपास पिछले चार दिनों से सुरक्षा बलों और कोक के लड़ाकों में झड़पें चल रही हैं. दोनों तरफ से हो रही इस गोलीबारी में सरकारी वकील और मुख्य जांच अधिकारी ने अब तक 44 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है जिनमें 26 आम लोग और कुछ सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं.

जमाइका के प्रधानमंत्री ब्रुस गोल्डिंग का कहना है, "आपातकालीन अधिकारों के तहत चलाया जा रहा यह अभियान विशेष कदम है. लेकिन अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए विशेष चुनौती के निपटने की विशेष कार्रवाई है." लेकिन जिस झुग्गी बस्ती इलाके में यह अभियान चल रहा है वहां के लोग कोक के वफादार बताए जाते हैं और इसीलिए आम लोगों और लड़ाकों में फर्क खत्म सा हो गया है. खासकर सुरक्षा बल भी वहां रहने वाले आम लोगों को भी निशाना बना रहे हैं. दरअसल झुग्गी बस्ती के जरूरतमंद लोगों के बीच कोक की छवि एक ऐसे मसीहा की है जो उन्हें नौकरी, शिक्षा और सुरक्षा दे सकता है.

Jamaika Kingston
स्थानीय लोगों के बीच कोक रॉबिन हुड की छवि रखते हैंतस्वीर: AP

किंग्स्टन की सड़कों पर यह ताजा हिंसा शनिवार को उस वक्त शुरू हुई जब प्रधानमंत्री गोल्डिंग ने कोक को अमेरिका प्रत्यर्पित करने का फैसला किया. महीनों की झिझक के बाद गोल्डिंग ने इमरजेंसी लगाई और कोक को पकड़ने का आदेश दिया. अमेरिकी वकील कोक पर नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में मुकदमा चलाना चाहते हैं जिसमें उम्र कैद तक की सज़ा हो सकती है.

चार दिन से चल रही कार्रवाई के बाद भी जमाइका के सुरक्षा बल कोक को नहीं पकड़ पाए हैं. पुलिस ने 211 लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन कोक उनमें शामिल नहीं है. इस बीच प्रधानमंत्री गोल्डिंग इस बात पर गौर कर रहे हैं कि क्या किंग्स्टन के कुछ इलाकों में लगाई गई इमरजेंसी का दायरा बढ़ाया जाए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः राम यादव