जर्मनी पर शनि की तरह छाया सर्बिया
१८ जून २०१०दस खिलाड़ियों पर आ टिकी फिलिप लाम की टीम को बचे खुचे वक्त में दोहरा काम करना है. एक तो तूफान की गति से चल पड़ी सर्बियाई टीम को थामना है और दूसरे एक गोल का घाटा पूरा करना है. करेला ऊपर से नीम चढ़ा की हालत तब हुई जब 60 वें मिनट में दूसरे स्ट्राइकर लुकास पुडोल्स्की 11 का मौका कैश नहीं कर सके.
सर्बिया ने बिलकुल हैरान करते हुए शुरुआत की और जर्मनी की चाक चौबंद टीम को घेरने के लिए क्लासिक फुटबॉल नहीं, बल्कि तेजी का सहारा लिया. गेंद मिलते ही लाल जर्सी वाले चीते की गति से हमला करते नजर आए और बार बार जर्मन रक्षा पंक्ति को छिन्न भिन्न करते नजर आए. जर्मन खिलाड़ियों ने शायद सर्बिया की कमजोर टीम को हल्के में ले लिया और कई मौकों पर बेध्यानी की गलतियां कीं.
लाम की टीम के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी और अहम स्ट्राइकर क्लोजा ने फर्स्ट हाफ में ही गलती कर डाली. 13 वें मिनट में क्लोजे को पहला यलो कार्ड दिखाया गया और फिर दूसरे पीले कार्ड ने क्लोजे का इस मैच में दरवाज़ा बंद कर दिया. अगले ही मिनट सर्बिया के मिलान यानकोविच ने जर्मनी के खिलाफ गोल कर तहलका मचा दिया.
जर्मनी ने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया था और वह इस वर्ल्ड कप में सबसे बड़ी जीत हासिल कर चुकी है. लेकिन दूसरे मैच में जर्मनी की हालत खराब है.
रिपोर्टः अनवर जे अशरफ
संपादनः आभा मोंढे