जर्मनी में इस साल की गर्मी
बिजली की कड़क, थोड़ी बहुत सूरज की रोशनी, सर्द रातें. साल 2014 की गर्मी जर्मनी में इसी तरह बीत रही है. अगस्त में आम तौर पर मौसम अलग हुआ करता है, तो क्या गर्मी मनाने के लिए किसी सीबीच की सैर पर निकलना चाहिए.
अगस्त में पतझड़
सिर्फ दो साल पहले अगस्त के आखिर में जर्मनी में पारा 40 डिग्री पार पहुंच गया था. इस साल यह मुश्किल से 20 डिग्री के आस पास रहा है. हालांकि फिर भी ये दो सैलानी सूरज की उम्मीद लिए उत्तरी जर्मनी के समुद्री किनारे पर पहुंच गए.
लाइफगार्ड नहीं
दोपहर में जब तापमान 14 डिग्री के आस पास होगा, तो भला तैराकी करने कौन आएगा. एस्सेन शहर के एक सार्वजनिक स्वीमिंग पूल में इसी वजह से लाइफगार्ड भी ड्यूटी पर नहीं आया.
प्लान बी
आम तौर पर जर्मन लोगों के पास हमेशा एक प्लान अलग से होता है. लेकिन इस बार की गर्मी में वह भी काम नहीं आया. समुद्र किनारे पड़ी इतनी ढेर सारी कुर्सियों पर बैठने कोई नहीं पहुंचा.
तंबुओं का सहारा
लेकिन ऐसे मौसम में भी आम तरह के काम तो चलते ही रहेंगे. पश्चिमी जर्मनी के लेवरकूजन शहर के पास नेशनल हाइवे की मरम्मत करनी है और उसके लिए कर्मचारियों को इस तरह के तंबुओं का सहारा लेना पड़ा.
खेतों का फायदा
हालांकि इस तरह के मौसम से फसल को फायदा पहुंचा. उत्तर पश्चिमी राज्य लोअर सेक्सनी में इस साल रिकॉर्ड मात्रा में फसल हुई.
पर्वतों से दूरी
आम तौर पर बवेरिया प्रांत में हाइकिंग के लिए यह अच्छा मौसम होता है. लेकिन इस बार जैसी बारिश हुई है, उसे देखते हुए आल्प की पहाड़ियों पर जाना ठीक नहीं. यह राहगीर किसी तरह सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचने की कोशिश कर रहा है.
अगस्त में बर्फबारी
इस साल जर्मनी की सबसे ऊंची पहाड़ी सूगश्पित्से में तीन सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. वहां कुछ बर्फ भी जमा हुई है. मौसम विभाग के आद्रियान लेजर के मुताबिक, "अगस्त में बर्फ जमना अजीब बात है."
छाते तले गर्मी
इस मौसम में धूप के चश्मे की जगह छाता. शायद इस साल की गर्मी जर्मनी में ऐसा ही कुछ संदेश दे रही हो.