जर्मनी में दुनिया भर के पौधे
कोलोन के इस बगीचे में आपको दुनिया के 142 देशों के पौधे एक साथ दिखाई देंगे.
मैं बांग्ला हूं
कोलोन के रोडेनकीर्षेन इलाके के बगीचे में बांग्ला ध्वज खुद पर सजाए यह पौधा जर्मनी में बसंत का मजा ले रहा है. इस बगीचे में दुनिया के कई देशों के पौधे देखने को मिलते हैं.
हम सब एक हैं
1980 में तैयार हुए इस बगीचे में दुनिया के 142 देशों के पौधे उनके नाम और देश की पहचान के साथ लगाए गए हैं, जो कि विश्व शांति और एकता का संदेश देता है.
हरियाली के तले
यहां लोग दिन भर की थकान उतारने आते हैं. बीच बीच में इर्द गिर्द पेड़ों की टहनियों से लहराता छांव का आंचल उनकी थकान उतारने में मदद करता है.
लो आ गया बसंत
लंबी बर्फीली ठंड के बाद जब बसंत आता है तो पेड़ पौधे और भी खिल जाते हैं. इस समय यहां आने जाने वालों की संख्या और भी बढ़ जाती है.
...और तुम!
मौसम और माहौल का साथ हो तो प्यार का इजहार और भी खूबसूरत हो जाता है. युवाओं में भी यह काफी पसंदीदा जगह है.
गुनगुनी धूप के रंग
बगीचे में बच्चों के खेलने के लिए भी यहां काफी खुली जगह है. छुट्टियों में परिवार बच्चों के साथ आते हैं. कोई साइकिल चलाता, कोई धूप सेंकता तो कोई किसी और खेल का मजा लेता दिखाई देता है.
टहनियों पर झूलते रोडोडेंड्रन
पेड़ों पर रोडोडेंड्रन के फूलों के गुच्छे किसी का भी दिल जीत लेते हैं. हर थोड़ी दूरी पर इनके रंग आने वालों को रिझाते रहते हैं.
कुछ सीखा जाए!
स्कूली बच्चों के लिए भी यह दनिया भर से आए पौधों को करीब से समझने की खास जगह है. टीचर के कहने पर ये यहां फूलों को देखने और पहचानने आते हैं.