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जर्मन सेना में घुसे 20 जिहादी

११ नवम्बर २०१६

जर्मनी में सेना से जुड़े 20 इस्लामिक कट्टरपंथियों की पहचान हुई है. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद जर्मन रक्षा मंत्रालय ने नया कानून बनाने का एलान किया है.

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Deutschland Werbekampagne der Bundeswehr
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S. Sauer

जर्मनी की रक्षा मंत्री उर्सुला फॉन डेय लाएन के मुताबिक जल्द ही संसद में एक विधेयक पेश किया जाएगा. विधेयक के तहत जुलाई 2017 से जर्मन सेना बुंडेसवेयर में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले हर अभ्यर्थी की सुरक्षा जांच होगी. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जर्मन सेना की खुफिया सेवा ने सेना में घुसे 20 कट्टरपंथियों की पहचान की है. इसी साल मार्च में भी जर्मनी के 20 से ज्यादा पूर्व सैनिकों का नाम जिहादी के तौर पर सामने आया. उन पर इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट की तरफ लड़ने का आरोप लगा. ब्रिटेन के जिहादी जॉन की जांच करने के दौरान यह बात भी पता चली कि जॉन ने शायद किसी जर्मन शख्स के साथ ट्रेनिंग ली थी.

सेना में कट्टरपंथियों के घुसने की खबर की पुष्टि खुद जर्मनी के मिलिट्री काउंटरस्पायनेज सर्विस के अध्यक्ष क्रिस्टॉफ ग्राम ने की है. जर्मन अखबार डी वेल्ट से बात करते हुए उन्होंने कहा, "यह साफ है कि पेरिस में शार्ली एब्दो पत्रिका के दफ्तर पर हमला करने वाले हत्यारों के पास सैन्य क्षमताएं थी." ग्राम के मुताबिक, "हम इस जोखिम को देख रहे हैं कि बुंडेसवेयर (जर्मन सेना) का दुरुपयोग हिंसा के लिए तैयार इस्लामिस्ट ट्रेनिंग कैंप के तौर पर कर सकते हैं."

मिलिट्री काउंटरस्पायनेज सर्विस के प्रवक्ता के मुताबिक ऐसे और 60 मामलों की जांच चल रही है. शक है कि वे भी इस्लामिक आतंकियों के संपर्क में हैं. प्रवक्ता के मुताबिक बीते कुछ महीनों में रिक्रूटमेंट ऑफिस को हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने वाले कई युवाओं के आवेदन मिले हैं. आशंका है कि इस्लामिक कट्टरपंथी जर्मन सेना में घुसकर मिलिट्री ट्रेनिंग पाना चाह रहे हैं. खुफिया सेवा ने बीते साल भी चेतावनी देते हुए कहा था कि आतंकवादी सेना में मिलने वाली ट्रेनिंग के मौकों का फायदा उठाने की फिराक में हैं.

अफगानिस्तान में सेना के कई जवानों ने अपने ही साथियों को निशाना बनाया है. जर्मन रक्षा मंत्री के मुताबिक इस तरह की कोशिशों को टालने के लिए हर संभव कदम उठाने होंगे. प्रस्तावित विधेयक के मुताबिक सेना हर साल अतिरिक्त 20,000 सिक्योरिटी चेक करेगी. मौजूदा कानून के मुताबिक सेना में भर्ती होने के बाद ही रंगरूटों की सुरक्षा जांच की जा सकती है.

जर्मनी में बीते साल करीब 9,00,000 शरणार्थी आए. इनमें से ज्यादातर मध्य पूर्व के देशों से आए. खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि शरण की आड़ में कुछ कट्टरपंथी भी जर्मनी पहुंच चुके हैं. दो आतंकी हमलों के बाद जर्मनी में आए दिन संदिग्ध कट्टरपंथियों की गिरफ्तारी भी हो रही है.

ओएसजे/एमजे (डीपीए, रॉयटर्स)