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जर्मन सैनिकों की इज्जत बरकरार

२५ जनवरी २०११

संसद की ओर से नियुक्त जर्मन सेना के प्रभारी हेलमुट कोएनिग्सहाउस ने कहा है कि सेना में आम तौर पर मानवीय मर्यादा का पालन होता है और बिरले ही उनका हनन सामने आता है. वे 2010 की वार्षिक रिपोर्ट पेश कर रहे थे.

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रिपोर्ट पेश करते हुए कोएनिग्सहाउसतस्वीर: picture-alliance/dpa

बर्लिन में अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए कोएनिग्सहाउस ने कहा कि सेना में ऐसी घटनाएं होती हैं, जिन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता और जिन पर ध्यान जरूरी है. लेकिन उन्होंने इस धारणा का खंडन किया कि यह एक आम बात है या ऐसी घटनाओं के पीछे कोई संरचना है. उन्होंने कहा कि इसीलिए रक्षा मंत्री कार्ल थेओडोर सू गुटेनबर्ग ने सेना में नियमों के उल्लंघन की व्यापक जांच का आदेश दिया है.

सैनिक बैरकों में परेशान करना, यौन उत्पीड़न व बेइज्जती के सिलसिले में उन्होंने कहा कि उन्हें अत्यंत जघन्य बातों का पता चला है, जिनकी जांच करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि पिछले साल महिला सैनिकों के यौन उत्पीड़न की तीन घटनाओं का पता चला है. कोएनिग्सहाउस का कहना है कि इस संख्या से पता चल जाता है कि आम तौर पर सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है.

नौसेना के जहाज गोर्च फोर्क में अनियमितताओं के संदर्भ में संसद के सेना प्रभारी ने कहा कि उन्हें ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि वहां नियमित रूप से मानवीय मर्यादा का हनन होता था. लेकिन अभी निश्चित रूप से कोई फैसला नहीं दिया जा सकता है. इसके बावजूद उन्होंने एक महिला सैनिक की मौत की घटना के लिए जहाज के जिम्मेदार अधिकारियों की आलोचना की.

इस बीच जहाज के कमांडर नोर्बर्ट शात्ज को रक्षा मंत्री ने उनके पद से हटा दिया है. कोएनिग्सहाउस ने इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि इसे कमांडर की भलाई के लिए उठाया गया कदम समझना चाहिए. यह कतई उनको सजा देना नहीं है, संसद द्वारा नियुक्त सेना प्रभारी का कहना था.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उ भट्टाचार्य

संपादन: ए जमाल

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