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जानलेवा है हलचल नहीं करना

१७ जनवरी २०१५

दोपहिया या कार से दफ्तर जाना, वहां कई घंटे बैठे रहना, फिर घर लौटना और सोफे पर बैठकर टीवी और फिर खाना खाकर सो जाना. अगर आपकी दिनचर्या ऐसी है सावधान हो जाइये, मौत बड़ी तेजी से आपका पीछा कर रही है.

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तस्वीर: Fabrica

तीन लाख लोगों पर 12 साल तक की गई रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि बेहद आराम तलब दिनचर्या मोटापे से भी ज्यादा घातक है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों के मुताबिक यूरोप में हर साल 6,76,000 लोग आराम तलब दिनचर्या से होने वाली बीमारियों से मरते हैं. इसके उलट मोटापे की वजह से साल में 3,37,000 लोग जान गंवाते हैं.

शोध पत्र अमेरिकन जरनल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशियन में छपा है. 12 साल तक की गई रिसर्च के दौरान शोधकर्ताओं ने तीन लाख लोगों की शारीरिक गतिविधियों और उनकी कमर की गोलाई का जायजा लिया. शोधकर्ताओं का दावा है कि अगर कोई व्यक्ति एक दिन में कम से कम 20 मिनट भी पैदल चले तो शरीर काफी हद तक सेहतमंद रहता है. यूरोपीय रिसर्चरों जैसा दावा केटी बोमैन ने भी किया है.

Familie beim Spaziergang
तस्वीर: picture-alliance/dpa

ऐसे ही शोध में लगी एक अमेरिकी वैज्ञानिक केटी बोमैन के मुताबिक हर दिन कम से कम 7,500 कदम पैदल चलना कई बीमारियों को दूर रखता है. केटी बोमैन ने दावा किया कि पैदल चलना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है, "पैदल चलना सुपरफूड है. यह इंसान की हलचल को बयान करता है." बोमैन के मुताबिक अगर लोग कसरत न भी करें लेकिन हर दिन आधा घंटा पैदल चलें तो सेहत काफी बेहतर रह सकती है.

लेकिन इन दिनों एक ट्रेंड जोरों पर है, वह है, लगातार बैठे रहना और फिर कुछ घंटे कसरत करना. केटी बोमैन कहती हैं, "10 घंटे बैठे रहने की भरपाई आप एक घंटा व्यायाम करके नहीं कर सकते." बेहतर है कि बीच बीच में ब्रेक लें और शारीरिक हलचल करें.

ओएसजे/एमजे (रॉयटर्स)