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टीचर की खास चिट्ठी

महेश झा१९ जुलाई २०१६

जब स्कूल से टीचर की चिट्ठी आ जाए तो मां बाप तो घबरा ही जाते हैं कि अब मेरे बच्चे ने क्या कर दिया. बच्चे को भी डर लग जाता है कि अब मैंने क्या किया जो गलत था. लेकिन ये चिट्ठी अलग थी.

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Großbritannien Grundschule Kinder mit Schuluniformen
तस्वीर: picture-alliance/dpa/dpaweb

गेल ट्विस्ट को बेटे बेन के स्कूल से जो चिट्ठी मिली उसने उसे इतना भावुक कर दिया कि उसे चिट्ठी अपने ट्विटर अकाउंट पर डाल दी. बेन ग्यारह साल का है और ऑटिस्ट है. इंग्लैंड के स्कूलों में हर साल एक स्टैंडर्ड टेस्ट होता है. बेन ने बहुत मेहनत की थी लेकिन इसमें उसका प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा. बेन को टीचर से किसी चिट्ठी की उम्मीद नहीं थी.

लेकिन टीचर रूथ क्लार्कसन ने उसकी मेहनत देखी थी और इसीलिए उसने बेन के माता पिता को चिट्ठी लिखने का फैसला किया. वह बेन को लीवरपूल के निकट सेंट हेलेन के लैंसबरी ब्रिज स्कूल में पढ़ाती हैं. ये स्कूल अतिरिक्त आवश्यकता वाले बच्चों के लिए है.

चिट्ठी में टीचर ने लिखा है कि क्लास में बेन ने क्या प्रगति की है और बेन को उसके रवैये के लिए बधाई दी है. ऑटिस्ट बच्चों के लिए स्कूल में इतना अच्छा प्रदर्शन करना सामान्य नहीं है. अपनी चिट्ठी में क्लार्कसन ने बेन को यह भी लिखा है, “यह टेस्ट हुम्हारे व्यक्तित्व के एक छोटे हिस्से को मापते हैं, बेन ट्विस्ट बहुत सी दूसरी क्षमताओं और प्रतिभाओं से मिलकर बना है.”

क्लार्कसन ने अपनी चिट्ठी में इन प्रतिभाओं का जिक्र भी किया है जिनका टेस्ट नहीं लिया जाता है. मसलन कलात्मक प्रतिभा, टीम क्षमता, बढ़ता स्वाबलंबन, अपना विचार व्यक्त करने की क्षमता, खेल भावना, दोस्ताना व्यवहार और खुद के विश्लेषण की क्षमता. टीचर वे बेन की प्रशंसा करते हुए चिट्ठी के अंत में लिखा है, "हमें तुम पर नाज है."

मां गेल ट्विस्ट चिट्ठी पाकर अत्यंत उत्साहित हुई. बेन को तो खुशी हुई ही. स्कूल की हेट टीचर जेन ग्रेचिच ने कहा है कि रूथ इस चिट्ठी के जरिये बेन को यह भरोसा दिलाना चाहती थी कि टेस्ट के नतीजे जो रहे हों, वह प्रतिभाशाली बच्चा है. टीचर की यह पहल कामयाब रही है. ट्विटराटी समुदाय को भी क्लार्कसन की चिट्ठी ने आंदोलित किया है. सबने टीचर के रवैये की प्रशंसा की है और स्कूल की भी. शायद हम सब को ऐसे ही टीचर और ऐसे ही स्कूल की तलाश रहती है. जीवन की राह पर कौन नहीं चाहेगा, ऐसा गुरु.