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टॉस हारने से परेशान हैं महेंद्र सिंह धोनी

२० दिसम्बर २०१०

सेंचुरियन में भारत को दक्षिण अफ्रीका ने करारी शिकस्त दी है. कई देशों में जाकर जीत का रिकॉर्ड बना चुके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की दक्षिण अफ्रीका के सूखे को खत्म करने की तमन्ना भी मुश्किल में है.

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गेंदबाजी मे सुधार चाहिएः धोनीतस्वीर: AP

महेंद्र सिंह धोनी मानते हैं कि बार बार टॉस हारना भी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है. मैच खत्म होने के बाद भारतीय कप्तान ने कहा, "जब वे लोग टॉस जीते तो आधा काम तो हो ही गया. लेकिन उन्हें गेंदबाजी अच्छी करनी थी, जो उन्होंने की. मैं कई टॉस हार चुका हूं."

धोनी ने कहा कि पहली पारी के बाद ही भारत इतना ज्यादा पिछड़ चुका था कि वापसी मुश्किल हो गई. लेकिन धोनी मानते हैं कि दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने अच्छा खेल दिखाया जो खुशी की बात है. उन्होंने कहा, "दूसरी पारी में ज्यादातर बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की. हालांकि अब भी सुधार की काफी गुंजाइश है." धोनी ने माना कि सबसे ज्यादा सुधार की गुंजाइश गेंदबाजी में है. उन्हें उम्मीद है कि दूसरे मैच में जहीर खान वापस आएंगे और भारत का बोलिंग अटैक बेहतर होगा.

मैच में दोहरा शतक बनाने वाले जैक कालिस को मैन ऑफ द मैच दिया गया. पुरस्कार मिलने के बाद उन्होंने कहा, "यह एक खास पल था. पूरी टीम ने एकजुट होकर कोशिश की. पहले दिन हमने बढ़िया खेल दिखाया जिसने हमें आगे कर दिया."

दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रेम स्मिथ भी इस जीत से बेहद खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी सीरीज है और उसमें इस तरह की बड़ी जीत से शुरुआत होना अच्छा है. उन्होंने कहा, "पहले दिन हमारे गेंदबाजों ने कमाल का काम किया और सटीक जगहों पर गेंदबाजी की. हम पहली पारी में सकारात्मक तरीके से खेल को आगे ले जाना चाहते थे और बल्लेबाजों ने यही किया."

स्मिथ ने कहा कि इस जीत की खुशी के बाद अब उनका ध्यान परिवार के साथ क्रिसमस मनाने पर है. उसके बाद वह डरबन के बारे में सोचेंगे जहां 26 दिसंबर से दूसरा टेस्ट होना है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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