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डॉयचे वेले एक किताब

७ जून २०१०

कई श्रोता हमारी वेबसाइट को काफी पसंद कर रहे हैं और उसके बारे में अपनी प्रतिक्रियाएं हम तक पहुंचा रहे हैं. हमारे कुछ श्रोताओं की प्रतिक्रिया.

https://p.dw.com/p/NkBC

डॉयचे वेले हिंदी साईट पर जो सामग्री आजकल पढ़ने को मिल रही है वह एक किताब जैसी प्रतीत हो रही है और दिन-ब-दिन वह और रोचक होती जा रही है. साईट को बेहतर बनाने की आपकी कोशिशों के लिए धन्यवाद.

हैलो ज़िंदगी में जर्मन प्री-स्कूलों में बच्चों को जर्मन के साथ-साथ इंग्लिश सिखलाने के प्रयासों के बारे में जानने को मिला. 2 भाषाओं का अगर बचपन से ज्ञान हो तो इसका अच्छा नतीजा सामने आ सकता है. साथ में कुकिंग शो पर डाली गई नज़र पसंद आयी. खोज में आज सिंथेटिक कोशिकाओं की खोज और विद्युत् चुम्बकीय क्षेत्र इन विषयों पर प्रस्तुत चर्चा काफी महत्वपूर्ण लगी.

संदीप जावले, मार्कोनी डीएक्स क्लब, पारली वैजनाथ, (महाराष्ट्र)

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01.06.2010 के अंक में महिलाओं द्वारा धुम्रपान पर आपका लेख जागरूकता पैदा करने वाला है. धुम्रपान से महिलाओं से अधिक उनके बच्चों को नुकसान होगा, और पुरुष की अपेक्षा महिला धुम्रपान से अधिक आसानी से रोगों की शिकार हो सकती है. 05.06.2010 को प्रातः खोज में लोगों के विद्युतचुंबकीय धुंध (इलेक्ट्रोस्मोग) में रहने पर प्रस्तुत जानकारी महत्वपूर्ण थी. जानकर आश्चर्य हुआ कि हम कितने अधिक इलेक्ट्रिक पोटेंशियल के बीच जी रहे हैं. क्या हम इसके आदी हो गए हैं या इसके घातक प्रभाव से अनभिज्ञ हैं? मुझे लगता है कि हमने प्रकृति से दूर होते जाने की जीवन पद्धति अपना कर स्वयं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ शुरू कर दिया है.

विभा मालू , शेखावाटी रेडियो इंरनेट यूज़र्स क्लब, फतेहपुर-शेखावाटी

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चुनौती और संयम के बीच दक्षिण अफ्रीका तैयार विषय पर डॉयचे वेले की हिंदी वेबसाइट पर पढ़ा. काफी अच्छा लगा. दक्षिण अफ्रीका द्वारा फुटबॉल वर्ल्ड कप की तैयारी का जायज़ा की पूरी कहानी पढ़कर सचमुच में ऐसा लगा मानो मैंने नज़दीक से इन सब चीजों को देखा है. प्रस्तुति के लिए महेश जी और अनवर जमाल जी को ढ़ेर सारा धन्यवाद.

मनोज कुमार आज़ाद, रेनबो इंरनेट क्लब, भागलपुर, बिहार

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राजशाही, बांग्लादेश से नमस्ते. आशा है आप सभी ठीक होंगे. मैं आपके कार्यक्रमों का एक नियमित श्रोता हूं. मुझे आपके सभी कार्यक्रम बहुत अच्छे लगते हैं. मेरे सपनों की टीम जर्मनी पृथ्वी पर सबसे बड़ा शो विश्व कप फुटबॉल में भाग लेने जा रहा है. मैं चाहता हूं कि जर्मनी ही विश्व कप 2010 में चैंम्पियन बने. बेस्ट ऑफ लक फिलिप लाहम
मोहम्मद सलाहुद्दीन दोलर, ग्लोबल डी.डब्ल्यू फैन क्लब, राजशाही, बांग्लादेश

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विश्व पर्यावरण दिवस पर युवा दर्पण यूथ क्लब लखनऊ, उत्तर प्रदेश से रविन्द्र कुमार शुक्ला, द्वारा एक लेख

चलो बचाएं - धरती का धन

महात्मा गांधी ने कहा था कि प्रकृति हर आदमी की जरूरते तो पूरी कर सकती है लेकिन किसी एक आदमी का लोभ पूरा नहीं कर सकती. आज हर आदमी प्रकृति के प्रति इस कदर लोभी हो गया है कि वह अपने अस्तित्व के लिए आवश्यक चीजों को भी पूरी तरह ख़त्म कर देने में आमादा है. बहुत बड़ी संख्या में कटे पेड़, पॉलीथीन का अंधाधुंध प्रयोग, धीरे धीरे सूखती नदियां व पृथ्वी का बढ़ता तापमान भविष्य में पूरी मानव सभ्यता के लिए खतरा हैं.

इन्हीं सब बातों पर लोगों का ध्यान आकर्षित कराने के लिए युवा दर्पण यूथ क्लब के समस्त रेडियो डॉयचे वेले श्रोताओं ने दिनांक 05.06.2010 को विश्व पर्यावरण दिवस पर राजा जी पुरम कालोनी, लखनऊ में एक पैदल मार्च आयोजित किया. रेडियो डॉयचे वेले का नाम पढ़कर बहुत से लोग हम सभी से बहुत आकर्षित हुए. क्लब सदस्यों ने लोगों को एक-एक पौधा, डॉयचे वेले की कार्यक्रम सूची, डॉयचे वेले के कलम व गुब्बारे उपहार में दिए. इस मार्च में क्लब सदस्य जो बैनर पकड़े थे उनमे लिखे हुए कुछ स्लोगन निम्नलिखित हैं

- वृक्ष धरा का भूषण है - करते दूर प्रदूषण हैं

- आओं वृक्ष लगाये - प्रदूषण को दूर भगाएं

- भारत व जर्मनी की मित्रता का सेतु - हमारा रेडियो डॉयचे वेले

- ज्ञान की निर्झर गंगा - हमारा प्यारा डॉयचे वेले

- चलो बचाएं - धरती का धन - हम और आप

- पॉलीथीन को कहो ना - यह है जहर

सभी लोगों द्वारा युवा दर्पण यूथ क्लब के रेडियो डॉयचे वेले श्रोताओ के द्वारा अपने पर्यावरण व सुंदर पृथ्वी को बचाने के इस एक छोटे से प्रयास को बहुत सराहा गया और सभी लोगों ने कहा कि चलो बचाए धरती का धन - हम और आप.

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रिपोर्टः विनोद चढ्डा

संपादनः आभा मोंढे